केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण हैदराबाद में कामारेड्डी जिले के जिलाधिकारी जितेश वी. पाटिल पर बुरी तरह भड़क गईं। इसकी वजह यह है कि निर्मला सीतारमण को सरकारी राशन की दुकान पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर नहीं दिखाई दी।
वित्त मंत्री ने जिलाधिकारी से कहा कि जब केंद्र सरकार 1 रुपए किलो में चावल दे रही है तो यहां की दुकानों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर भी होनी चाहिए। निर्मला सीतारमण लोकसभा प्रवास योजना के तहत तेलंगाना की जहीराबाद लोकसभा क्षेत्र के बिरकुल मंडल के एक गांव में थीं।
बताना होगा कि केंद्र सरकार कोरोना के कारण प्रभावित हुए गरीबों को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत चावल व अन्य अनाज दे रही है।
वित्त मंत्री ने कहा कि तेलंगाना को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत अप्रैल 2020 से अब तक लगभग 23,95,275 मीट्रिक टन मुफ्त अनाज मिला है और 1.91 करोड़ लोग इसके लाभार्थी हैं।
वित्त मंत्री ने बताया कि एक किलो चावल के लिए केंद्र सरकार 30 रुपए देती है जबकि राज्य सरकार 4 रुपए और इसके लाभार्थियों से 1 रुपए प्रति किलो लिया जाता है। उन्होंने आरोप लगाया कि इससे पहले भी तेलंगाना में राशन की दुकानों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर लगाने के लिए कहा गया था लेकिन राज्य सरकार ने इसकी अनुमति नहीं दी।
वित्त मंत्री ने जिलाधिकारी से कहा कि बीजेपी के लोग यहां आकर प्रधानमंत्री का बैनर लगाएंगे और यह जिला प्रशासन की जिम्मेदारी होनी चाहिए कि वह बैनर न हटाया जाए और इसे फाड़ा भी नहीं जाना चाहिए उन्होंने कहा कि अगर बैनर यहां पर नहीं लगा होगा तो वह यहां फिर से आएंगी।
इस दौरान जब जिलाधिकारी ने वित्त मंत्री से कहा कि इसमें राज्य सरकार का योगदान ज्यादा है तो इस पर वित्त मंत्री नाराज हो गईं और उनसे कहा कि वह आधे घंटे के भीतर उन्हें इसकी पूरी जानकारी दें।
केटीआर ने किया ट्वीट
वित्त मंत्री के इस व्यवहार पर कर्नाटक सरकार के मंत्री केटी रामाराव उर्फ केटीआर ने हैरानी जताई है। केटीआर ने ट्वीट कर कहा है कि वह वित्त मंत्री के द्वारा जिलाधिकारी के साथ किए गए व्यवहार को लेकर हैरान हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह के राजनीतिक हथकंडे सिर्फ ईमानदार आईएएस अफसरों के हौसलों को गिराने का ही काम करेंगे। उन्होंने जिलाधिकारी के द्वारा दिखाए गए संयम के लिए उन्हें बधाई भी दी।