तेलंगाना हाईस्कूल पेपर लीक के मामले में तेलंगाना के बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष और सांसद संजय बांदी को मंगलवार/बुधवार की रात पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था, बुधवार को उन्हें कोर्ट में पेश किया गया। पुलिस ने मामले की जांच के लिए बांदी को 14 दिन की हिरासत में लेने मांग की। पुलिस के अनुसार उन्होंने अपना जुर्म कुबूल कर लिया है।
वारंगल पुलिस कमिश्नर एवी रंगनाथ ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि करीमनगर से सांसद संजय बांदी को पेपर लीक के मामले में मुख्य आरोपी बनाया गया है। उन्हें आरोपी नंबर एक (ए 1) के रूप में नामित किया गया है। बांदी के अलावा गिरफ्तार किये गये एक पूर्व पत्रकार प्रशांत बुरांग को आरोपी नंबर दो बनाया गया है।
रंगनाथ ने पत्रकारों से बात करते हुए बताया कि दोनों लोगों के खिलाफ सीआरपीसी की धारा 420, 120 बी, धारा 5, 154 और 157 लगाई गई है। प्रशांत बुरांग ने लीक हुए पेपर को एटाला राजेंद्र सहित कई और भाजपा नेताओं को भी भेजा था।
पुलिस के अनुसार तेलंगाना राज्य की बोर्ड परीक्षा में कक्षा 10वीं का पेपर लगातार दूसरे दिन मंगलवार को भी एक मैसेजिंग एप पर लीक हो गया था। पेपर की फोटो एक 16 वर्षीय लड़के द्वारा ली गई थी, जिसने परीक्षा के समय ही उसे मेसेजिंग ऐप पर साझा कर दिया था।
पुलिस के अनुसार पेपर को मैसेजिंग ऐप पर बने एक ग्रुप में पोस्ट किया गया था, जिसे बाद में आरोपियों में से किसी ने इसे दूसरे अन्य ग्रुप्स में शेयर कर दिया। लीक हुआ यह पेपर बांदी संजय को भी भेजा गया था।
पुलिस आयुक्त रंगनाथ ने पत्रकारों को बताया कि प्रशांत बुरांग और बांदी संजय व्हाट्सएप पर संपर्क में थे, पुलिस को भी पता चला है कि दोनों के बीच कई बार बातचीत हुई थी। बांदी संजय का फोन अभी गायब है, लेकिन हम बहुत ही जल्द व्हाट्सएप पर भेजे गये मैसेज और बातचीत को रिकवर कर लेंगे। उन्होंने कुछ मैसेज, कॉल लॉग, कॉल डेटा हटा दिया है, लेकिन हम उन सभी विवरणों को दोबारा से प्राप्त कर लेंगे।
सबूत के तौर पर पुलिस ने पेपर लीक मामले में बांदी संजय और प्रशांत बुरांग के बीच हुई व्हाट्सएप चैट को भी साझा किया।
इस बीच, संजय की गिरफ्तारी के विरोध में बोम्मलरामाराम पुलिस थाने के पास बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता एकत्र हुए और मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के खिलाफ नारेबाजी करते हुए भाजपा नेता को तत्काल रिहा करने की मांग की।