बुलंदशहर के पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की हत्या के अभियुक्त जीतेंद्र मलिक उर्फ़ जीतू फ़ौजी को हिरासत में ले लिया गया है। हिरासत में लिए जाते वक़्त वह जम्मू-कश्मीर के सोपोर में था। राष्ट्रीय रायफ़ल्स की टीम उसे लेकर जम्मू-कश्मीर से उत्तर प्रदेश के लिए रवाना हो चुकी है। जीतू को यूपी लेकर आ रही टीम के साथ सेना का एक मेजर भी है।
बीते हफ़्ते उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में गोकशी की अफ़वाह पर उत्तेजित भीड़ ने तोड़फोड़ की। मामला स्याना थाना इलाक़े का था और वहाँ सिंह तैनात थे। भीड़ में पहले उन पर तेज़ हथियार से हमला किया गया और उसके बाद उन्हें एक गोली लगी, जिससे उनकी मौत हो गई। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या यह गोली जीतेंद्र मलिक ने चलाई थी। उस वारदात में एक नागरिक सुमित को भी गोली लगी था और उनकी भी मौत हो गई थी।
जीतेंद्र मलिक भारतीय सेना मे है और उस समय छुट्टी पर बुलंदशहर आया हुआ था। इस वारदात के बाद से ही वह लापता था। कई विडियो में यह देखा गया था कि किस तरह लोगों ने क़ानून अपने हाथ में ले लिया और पुलिस पर हमला कर दिया। एक विडियो में जितेंद्र मलिक को भी देखा गया। आरोप है कि उसने ही इंस्पेक्टर की पिस्टल उठाई थी। उसके पास इंस्पेक्टर की पिस्टल होने और उसी के द्वारा इंस्पेक्टर को गोली मारे जाने का भी संदेह पुलिस को है। बवाल का 2 मिनट 48 सेकंड का एक विडियो वायरल हुआ था, जिसमें एक युवक को इंस्पेक्टर की लाश के पास से कुछ उठाते हुए देखा गया था।
सेना के प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने कहा था कि जीतेंद्र मलिक के ख़िलाफ़ कोई साक्ष्य हो तो उसे पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया जाएगा। इससे पहले एक ख़बर आई थी कि जीतेंद्र मलिक को गिरफ्तार कर लिया गया है। लेकिन संभवतः उसे सेना ने अपनी हिरासत में ले लिया था ताकि बाद में उसे पुलिस को सौंपा जा सके।
पत्नी का दावा, निर्दोष है जीतू
जीतू की पत्नी प्रियंका ने दावा किया है कि घटना वाले दिन यानी 3 दिसंबर को वह अपने पति के साथ 9:30 बजे से 12:00 बजे तक स्याना के मार्केट में गए हुई थी खरीदारी करने। प्रियंका ने कहा कि आज सुबह भी उन्होंने मोबाइल पर पति से बात की है। उनकी मुताबिक़ जीतू ने कहा है कि मैं फौजी साथियों के साथ बुलंदशहर आ रहा हूँ। प्रियंका ने दावा कि जीतू घटना में शामिल नहीं था और पुलिस उनके पति को झूठे केस में फँसा रही है। प्रियंका का कहना है कि जो विडियो पुलिस दिखा रही है, उसमें जीतूनही हें। (बुलंदशहर से तुषार की रिपोर्ट)