भारतीय टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज़ और सांसद गौतम गंभीर ने महेंद्र सिंह धोनी को सलाह दी है। सलाह कप्तानी और बल्लेबाज़ी को लेकर है। उन्होंने कहा कि महेंद्र सिंह धोनी जैसे धाँसू क्रिकेटर सातवें नंबर पर बैटिंग करते हुए नेतृत्व नहीं कर सकता है। उन्होंने सुझाव दिया कि वह बैटिंग क्रम में ऊपर आकर खेलें।
गंभीर का यह सुझाव तब आया है जब धोनी के नेतृत्व वाली चेन्नई सुपर किंग्स टीम पंजाब के ख़िलाफ़ आज मैच में उतरेगी। इस सीज़न में चेन्नई ने अभी जीत दर्ज नहीं की है। टीम को अपने पहले मुक़ाबले में दिल्ली कैपिटल्स के हाथों शिकस्त का सामना करना पड़ा था। महेंद्र सिंह धोनी तो बिना खाता खोले ही आउट हो गए थे।
चेन्नई सुपरकिंग्स टीम का 13वें सीजन से ही प्रदर्शन उतना बेहतर नहीं रहा है। संयुक्त अरब अमीरात में खेले गए आईपीएल के पिछले सीजन में चेन्नई की टीम प्लेऑफ में क्वालीफाई करने में नाकामयाब रही थी। यहाँ तक कि चेन्नई सुपरकिंग्स आठ टीमों की अंक तालिका में सातवें स्थान पर रही थी।
पंजाब के ख़िलाफ़ चेन्नई के मैच से पहले गंभीर का यह बयान आया है। गंभीर स्टार स्पोर्ट्स के शो क्रिकेट लाइव में बात कर रहे थे।
गंभीर ने कहा कि बल्लेबाज़ी क्रम में महेंद्र सिंह धोनी को ऊपर आना चाहिए। उन्होंने कहा, 'यह काफ़ी अहम है क्योंकि लोगों को आगे बढ़कर लीड करना चाहिए। हम लगातार कहते रहे हैं कि एक लीडर को आगे बढ़कर ज़िम्मेदारी उठानी चाहिए। नंबर सात पर बल्लेबाज़ी करके नेतृत्व नहीं कर सकते।'
गौतम गंभीर ने कहा, 'यह बात सच है कि चेन्नई की गेंदबाज़ी में समस्या है। अब वो महेंद्र सिंह धोनी नहीं हैं जो पाँच साल पहले थे। तब वह मैदान पर उतरते ही ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते थे। मेरी राय में उन्हें नंबर चार या पांच पर बल्लेबाजी करनी चाहिए, इससे नीचे नहीं।'
बता दें कि आईपीएल के इस सीज़न में चेन्नई की टीम पहला मैच हार गई थी। पिछले मैच में दिल्ली कैपिटल ने चेन्नई सुपरकिंग्स पर धमाकेदार जीत दर्ज की थी। 189 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी दिल्ली कैपिटल ने पृथ्वी शॉ और शिखर धवन की विस्फोटक बल्लेबाज़ी के दम पर मैच को एकतरफ़ा बना दिया और 8 गेंद शेष रहते ही 3 विकेट पर 190 रन बनाकर मैच 7 विकेट से जीत लिया था। इस मैच में चेन्नई टीम की गेंदबाज़ी कमजोर दिखी थी। आलम यह रहा कि पॉवरप्ले में दिल्ली ने 6 ओवर में बगैर किसी नुक़सान के 65 रन ठोक डाले थे।
चेन्नई के लिए दीपक चाहर, सैम करन, शार्दुल ठाकुर, जडेजा और मोईन अली सभी का प्रदर्शन उस स्तर का नहीं रहा जो मैच जीता सके।