उत्तर प्रदेश के बस्ती से सपा विधायक महेंद्र नाथ यादव पर गंभीर आरोप लगा है। विधायक पर बहादुरपुर के ब्लॉक प्रमुख उनकी पत्नी और 4 बच्चों को चार-पांच महीने से बंधक बनाकर रखने का आरोप है। पुलिस ने ब्लॉक प्रमुख व उनके परिवार को विधायक के चंगुल से छुड़ाया है।
विधायक के खिलाफ कलवारी थाने में अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया गया था।
खबरों के मुताबिक, ब्लॉक प्रमुख रामकुमार पंचायत चुनाव में बीजेपी के टिकट पर जीते थे लेकिन कुछ समय बाद वह विधायक महेंद्र नाथ यादव के साथ आ गए थे और उन्होंने सपा की सदस्यता भी ले ली थी।
तभी से रामकुमार को बीजेपी के नेता ढूंढ रहे थे लेकिन उनका कुछ पता नहीं चल पा रहा था। एबीपी न्यूज के मुताबिक, रामकुमार ने किसी तरह मोबाइल हासिल किया और 17 मार्च की रात को अपने साले ओम प्रकाश को फोन किया जिसके बाद कलवारी थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई।
इसके बाद पुलिस विधायक के घर पहुंची और ब्लॉक प्रमुख को शिकंजे से छुड़वाया।
ब्लॉक प्रमुख रामकुमार।
विधायक के घर से छूटने के बाद ब्लॉक प्रमुख ने मीडिया से बातचीत में कहा कि विधायक ने उनके परिवार को तबाह कर दिया है। उन्होंने कहा कि चार-पांच महीने से उनके पूरे परिवार को विधायक ने अपने घर में जबरदस्ती रखा हुआ था।
ब्लॉक प्रमुख के पद पर बैठे किसी शख्स को उसके परिवार के साथ पूरे चार-पांच महीने तक बंधक बनाकर रखना बेहद गंभीर घटना है और हैरानी की बात यह है कि इतने लंबे वक्त तक इस बात का किसी को पता नहीं चला।
पुलिस का कहना है कि वह मामले की जांच कर रही है और पीड़ित व्यक्ति को सुरक्षा उपलब्ध कराई गई है।
महेंद्र नाथ यादव सपा के जिलाध्यक्ष थे और इस बार पार्टी के टिकट पर विधायक चुने गए हैं।