भारत अपने विश्व कप अभियान की शुरुआत बुधवार (5 जून) से साउथ हैंप्टन से करेगा। काग़ज़ पर भारतीय टीम मज़बूत दिख रही है। दक्षिण अफ़्रीका अभी तक हुए अपने दोनों मैच हार चुकी है। पहले इंग्लैंड और उसके बाद बांग्लादेश के ख़िलाफ़ उसका प्रदर्शन बहुत औसत रहा।
टूर्नामेंट में बने रहने के लिए बचे हुए 9 में से उसका कम से कम 7 मैच जीतना ज़रूरी है। इसलिए निश्चित रूप से दबाव दक्षिण अफ़्रीका पर ज़्यादा होगा और दबाव में उनका प्रदर्शन बेहद ख़राब होता है यह तथ्य तो क्रिकेट के लिहाज से ऐतिहासिक है। इसीलिए उन्हें चोकर्स भी कहा गया। परन्तु क्रिकेट अनिश्चितताओं से भरा खेल है और दक्षिण अफ़्रीका जैसी टीम को हल्के में नहीं लिया जा सकता।
दक्षिण अफ़्रीका के तीन प्रमुख खिलाड़ी चोटिल हैं - हाशिम अमला, डेल स्टेन व लूँगी नगिड़ि। यह उनकी टीम के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है और विराट कोहली व भारतीय टीम के लिए यह ख़ुशख़बरी है।
अभी तक विश्व कप में इन दोनों टीमों के बीच 4 मुक़ाबले हुए हैं जिनमें 3 में दक्षिण अफ़्रीका व 1 में भारत विजयी रहा है। 2015 के विश्व कप में भारत ने 130 रनों की बड़ी जीत दर्ज की थी। साउथ हैंप्टन का मौसम हालाँकि पिछले कुछ दिनों से ख़राब रहा है व बारिश के कारण भारत का पहला प्रैक्टिस सेशन भी रद्द करना पड़ा था परन्तु अच्छी ख़बर यह है कि इंग्लैंड के मौसम विभाग के अनुसार बुधवार को मौसम सूखा रहेगा व बीच-बीच में धूप भी खिलेगी। हालाँकि शाम को बारिश का ख़तरा है परन्तु मैच दिन का है तो बारिश को लेकर ज़्यादा चिंता करने की कोई बात नहीं है।
पिछले डेढ़ वर्ष में रोज बाउल क्रिकेट मैदान साउथ हैंप्टन पर सिर्फ़ एक ही वन डे मैच खेला गया है। यह मैच पिछले महीने 11 मई को इंग्लैंड और पाकिस्तान के बीच खेला गया था। इंग्लैंड ने 373 रन बनाए थे और पाकिस्तान सिर्फ़ 12 रनों से हारा था, उसने जबाब में 7 विकेट खोकर 361 रन बनाए थे। इसका मतलब यह एक बेहद हाई स्कोरिंग मैच रहा था। तो तैयार रहिए, इस उम्मीद के साथ कि मैच में ज़्यादा रन बनेंगे और यह माना जा रहा है कि भारत का पलड़ा भारी है।