कोरोना के इलाज का दावा करने वाली दवा कोरोनिल को लेकर योग गुरू रामदेव एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। सोशल मीडिया पर लोग रामदेव के पीछे पड़ गए हैं और उन्हें गिरफ़्तार करने की मांग कर रहे हैं। लोगों की नाराज़गी केंद्रीय मंत्रियों डॉ. हर्षवर्धन और नितिन गडकरी से भी है क्योंकि ये दोनों उस प्रेस कॉन्फ्रेन्स में मौजूद थे, जिसमें रामदेव ने कोरोनिल को लांच किया था।
पिछले साल जब कोरोना वायरस का संक्रमण चरम पर था, तब भी रामदेव कोरोनिल के जरिये कोरोना के इलाज का दावा कर फंस गए थे।
भारत में डॉक्टर्स की सबसे बड़ी संस्था इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने डॉ. हर्षवर्धन से सवाल पूछा है कि वह आख़िर किस तरह एक झूठे उत्पाद को देश के सामने प्रमोट कर सकते हैं। ख़ैर, इस मामले में सोशल मीडिया पर जो बवाल चल रहा है, उसके बारे में आपको बताते हैं। रामदेव से नाराज़ लोगों ने ट्विटर पर #ArrestRamdev ट्रेंड कराया और कुछ मजेदार मीम भी ट्वीट किए। आप भी देखिए।
रिटायर्ड आईएएस अफ़सर मनीष रंजन ने कहा कि किसी को भी लोगों की सेहत से खिलवाड़ की इजाजत नहीं दी जानी चाहिए।
पूर्व आईएएस सूर्य प्रताप सिंह ने ट्वीट कर कहा कि क्या दिल्ली पुलिस डब्ल्यूएचओ के सर्टिफ़िकेशन के नाम पर लाखों लोगों को गुमराह करने के लिए रामदेव को गिरफ़्तार करेगी।
अभिषेक नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा कि भारत सरकार को तुरंत बाबा रामदेव को गिरफ़्तार कर लेना चाहिए क्योंकि यह करोड़ों रुपये का फ्रॉड है।
सागर शिंदे नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा कि हमारे बेशर्म स्वास्थ्य मंत्री ढीठता से ऐसे फर्जी लोगों का समर्थन कर रहे हैं।
यूपीएससी की तैयारी कर रहे इमरान ख़ान ने ट्वीट किया कि रामदेव को तुरंत गिरफ़्तार करने में देर क्यों हो रही है।
डॉ. ख़तरा नाम के ट्विटर यूज़र ने एक मज़ेदार फ़ोटो को ट्वीट किया।
#ArrestRamdev पर धुआंधार ट्वीट्स के बाद एक वक़्त यह नंबर एक पर पहुंच गया।
रामदेव के साथ ही बीजेपी के लिए भी यह मामला गले की फांस बन गया है क्योंकि कई ट्विटर यूजर रामदेव की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से नज़दीकी का आरोप लगाते हुए दोनों की फ़ोटो को ट्वीट कर रहे हैं। देखना होगा कि रामदेव इस मुश्किल से कैसे निकलते हैं।