आफताब पूनावाला ने अपनी लिव-इन पार्टनर श्रद्धा वालकर की हत्या को लेकर पुलिस को गुमराह करने की भी कोशिश की थी। पुलिस की चार्जशीट में यह खुलासा हुआ है। पुलिस की चार्जशीट के मुताबिक़, आफताब ने कबूल किया कि श्रद्धा की अस्थियाँ जलाने और पीसने का उसका पिछला खुलासा उन्हें गुमराह करने के लिए था।
आफताब पूनावाला कथित तौर पर श्रद्धा के शरीर के अंगों को रेफ्रिजरेटर और किचन कैबिनेट के बीच शिफ्ट करता रहा था। दिल्ली पुलिस ने अपनी चार्जशीट में कहा है कि जब उससे कोई मिलने आता था तब वह श्रद्धा के कटे हुए अंगों को फ्रिज से हटाकर किचन की कैबिनेट में रख देता था। वह ऐसा ख़ासकर तब करता था जब वह डेटिंग ऐप पर एक महिला से मिला था।
पहले आफ़ताब के हवाले से ही यह ख़बर आई थी कि उसने श्रद्धा वालकर की हत्या की और क़रीब 35 टुकड़े कर उन्हें 18 दिन तक फेंकता रहा था। आफ़ताब और श्रद्धा वालकर के बीच रिश्ते बेहद घनिष्ठ थे। घर छोड़कर लिव-इन में रह रहे थे। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार आफताब ने पुलिस के सामने कबूल किया कि उसने श्रद्धा के शव को टुकड़ों में काट दिया। बदबू नहीं आए इसलिए फ्रीज़ में स्टोर करने की तरकीब निकाली।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार साल 2018-2019 में आफताब और श्रद्धा का रिश्ता शुरू हुआ था। लेकिन उनके परिवारों द्वारा विरोध करने के बाद वे दोनों वसई-पालघर से मुंबई शिफ्ट हो गए थे और साथ रहने लगे थे। बाद में वे दिल्ली में चले गए। इस साल महरौली के छतरपुर पहाड़ी इलाक़े में 15 मई को एक वन रूम फ्लैट किराए पर लिया। यहीं पर हत्या की घटना हुई। 18 मई को वह घटना हुई।
18 मई को दोनों का मुंबई जाने का प्लान था, लेकिन अचानक आफताब पूनावाला ने टिकट कैंसिल करवा दिया। इसके बाद खर्चों को लेकर दोनों में लड़ाई हुई और ग़ुस्से में आफताब पूनावाला ने उसका गला घोंट दिया।
द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार पुलिस ने पूनावाला के कथित खुलासे के हवाले से चार्जशीट में कहा है, 'मैंने छतरपुर पहाड़ी के जंगलों में शरीर के एक जांघ के हिस्से को फेंका... अगले 4 से 5 दिनों में, मैंने शव को 17 टुकड़ों में काट दिया, प्रत्येक हाथ के तीन टुकड़े , प्रत्येक पैर के तीन टुकड़े, सिर, धड़, पेल्विक और अंगूठे के दो टुकड़े किए।'
चार्जशीट के मुताबिक, आफताब ने पुलिस को बताया कि उसने 19 मई को एक फ्रिज खरीदा ताकि वह अपनी सुविधा के अनुसार शरीर के अंगों को डिस्पोज कर सके। रिपोर्ट के अनुसार चार्जशीट में कहा गया है, 'इसके तुरंत बाद मैं एक लड़की के संपर्क में आया… बम्बल ऐप के माध्यम से। वह मेरे फ्लैट पर भी जाती थी और कई बार रात में रुकती थी... जब भी वह मेरे फ्लैट पर आती थी, मैं रेफ्रिजरेटर साफ़ करता था और श्रद्धा के शरीर के अंगों को किचेन की निचली कैबिनेट में रख देता था।' इसमें कहा गया है कि महिला जब भी वापस चली जाती थी, वह शरीर के अंगों को वापस फ्रिज में रख देता था।
चार्जशीट में कहा गया है कि आफताब ने शुरू में यह कहकर पुलिस को गुमराह किया कि उसने श्रद्धा की हड्डियों को पीसने के लिए पत्थर की चक्की का इस्तेमाल किया और पाउडर बनाकर फेंक दिया। लेकिन लगातार पूछताछ करने पर सच्चाई का पता चला।