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शिवराज कैबिनेट में 28 नए चेहरे शामिल, 20 कैबिनेट और 8 राज्य मंत्री बनाए गए

शिवराज कैबिनेट में 28 नए चेहरे शामिल, 20 कैबिनेट और 8 राज्य मंत्री बनाए गए

मध्य प्रदेश में कुल 28 नए चेहरों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई गई है। इनमें 20 को कैबिनेट और 8 को राज्य मंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई।

मध्य प्रदेश की 100 दिन पुरानी शिवराज सिंह चौहान का बहुप्रतीक्षित विस्तार गुरूवार को हो गया। प्रदेश की कार्यकारी राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने राजभवन में आयोजित एक सादे समारोह में कुल 28 नए चेहरों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। इनमें 20 को कैबिनेट और 8 को राज्य मंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई।

ये बनाए गए कैबिनेट मंत्री

शिवराज सरकार में गोपाल भार्गव, विजय शाह, जगदीश देवड़ा, बिसाहूलाल सिंह, यशोधरा राजे सिंधिया, भूपेन्द्र सिंह, एदल सिंह कंसाना, बृजेन्द्र प्रताप सिंह, विश्वास सारंग, इमरती देवी, प्रभुराम चौधरी, महेन्द्र सिंह सिसोदिया, प्रद्युम्न सिंह तोमर, प्रेम सिंह पटेल, ओमप्रकाश सकलेचा, ऊषा ठाकुर, अरविंद भदौरिया, मोहन यादव, हरदीप सिंह डंग, राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। 

इन्हें बनाया गया राज्य मंत्री

इसके अलावा भारत सिंह कुशवाहा, इंदर सिंह परमार, रामखेलावन पटेल, राम किशोर कांवरे, बृजेन्द्र सिंह यादव, गिर्राज दंडोतिया, सुरेश धाकड़, ओपीएस भदौरिया को राज्य मंत्री बनाया गया है।

एक पद अब भी रिक्त

कैबिनेट में 28 नए चेहरे शामिल किए जाने के बाद मुख्यमंत्री सहित मंत्रियों की संख्या अब 34 हो गई है। राज्य विधानसभा में सदस्यों की कुल संख्या 230 है। इस हिसाब से अधिकतम 35 मंत्री बनाए जा सकते हैं। आज हुए विस्तार के बाद अब मंत्रिमंडल में फिलहाल एक ही पद रिक्त बचा है।

बेहद खुश नजर आए सिंधिया  

कैबिनेट के विस्तार के बाद पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया बेहद खुश नजर आए। वह विशेष विमान से गुरूवार सुबह भोपाल पहुंचे थे। केन्द्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी उनके साथ ही भोपाल आए। 

भोपाल में सिंधिया के स्वागत के लिए बड़ी तादाद में उनके समर्थक मौजूद रहे। उनके जिन समर्थक गैर विधायकों को आज मंत्री बनाया गया उनमें अधिकांश वहां पहुंचे और सभी ने एक सुर में सिंधिया का आभार जताया। अधिकांश ने सिंधिया के पैर भी छुए।

वंचित रहे लोग दिखे दुःखी

वे बीजेपी विधायक बेहद मायूस दिखे जिन्हें मंत्री पद नहीं मिला। मंत्री पद के ऐसे ही एक दावेदार और शिवराज सिंह के करीबी रामपाल सिंह ने कहा, ‘पार्टी के लिए अनेक अवसरों पर मैंने कुर्बानियां दी हैं। जो आदेश हुआ उसे माना। मंत्री ना बनाया जाना भी स्वीकार है।’

मंत्री पद के एक अन्य दावेदार वरिष्ठ विधायक गौरीशंकर बिसेन ने कहा, ‘बीजेपी की सरकार में वापसी केवल और केवल सिंधिया जी की वजह से हुई है। उनके समर्थक गैर विधायकों को कैबिनेट में जगह देना समय की मांग थी। जो हुआ, उससे मुझे कोई गुरेज नहीं है।’ 

ये भी रहे राजभवन में मौजूद

केन्द्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के अलावा राज्यसभा के पूर्व सदस्य प्रभात झा, बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और जबलपुर के सांसद राकेश सिंह, वरिष्ठ मंत्री नरोत्तम मिश्रा समेत संगठन के अनेक वरिष्ठ चेहरे राजभवन में मौजूद रहे।

कोरोना का असर नजर आया

मध्य प्रदेश में भी कोरोना संक्रमण फैला हुआ है। कई विधायक भी इससे ग्रसित हुए हैं। राजभवन में भी कोरोना फैला हुआ है। इन सब बातों के मद्देनजर प्रोटोकाॅल को लेकर ज्यादा सख्ती रही। सीमित संख्या में ही लोगों को राजभवन में प्रवेश दिया गया। सोशल डिस्टेंसिंग के पालन को लेकर भी व्यवस्थापक सख्त रहे।

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