कोरोना से भारत में डाॅक्टर की पहली मौत, 30 मौतों के साथ एमपी दूसरे नंबर पर
इंदौर में गुरूवार को कोरोना वायरस से संक्रमित एक डाॅक्टर की मौत हो गई। इस वायरस के कारण किसी डाॅक्टर की देश में यह पहली मौत बतायी जा रही है। इंदौर में अब तक कुल 22 लोगों की मौत इस वायरस की चपेट में आने से हो चुकी है।
मौतों के मामले में महाराष्ट्र पहले नंबर पर है, जहां 72 लोगों की मौत हुई है और मध्य प्रदेश 30 मौतों के साथ दूसरे नंबर पर है। भारत में कोरोना वायरस से मरने वालों का आंकड़ा 187 तक पहुंच चुका है। इंदौर के अलावा उज्जैन में अब तक पांच, भोपाल, खरगौन और छिंदवाड़ा में एक-एक मौत दर्ज हुई है। इंदौर कोरोना वायरस के संक्रमण का हाॅट स्पाॅट बनकर उभरा है।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार, इंदौर में प्राइवेट प्रेक्टिशनर डाॅक्टर शत्रुघ्न पंजवानी की गुरूवार सुबह चार बजे मृत्यु हो गई। स्वास्थ्य विभाग ने डाॅक्टर की मौत की पुष्टि करते हुए बताया है कि डाॅक्टर पंजवानी पिछले दिनों कोरोना संक्रमित पाये गये थे। पहले उनका उपचार गोकुलदास और सीएचएल अस्पताल में चला। हालत बिगड़ने पर उन्हें अरविंदो अस्पताल में शिफ्ट किया गया था।
मध्य प्रदेश में अब तक 388 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं। इनमें सबसे ज्यादा 213 लोग इंदौर में हैं। जबकि भोपाल में कोरोना प्रभावितों का आंकड़ा 100 के करीब पहुंच रहा है। मध्य प्रदेश में अब तक कुल डेढ़ दर्जन जिले कोरोना से प्रभावित हो चुके हैं।
दो आईपीएस भी कोरोना पाॅजिटिव मिले
पिछले 24 घंटों में मध्य प्रदेश में कोरोना के जो नये रोगी सामने आये हैं, उनमें इंदौर और भोपाल में कोरोना से संक्रमित दो आईपीएस अफ़सर भी हैं। कुछ आईएएस अधिकारी पहले ही इस वायरस से संक्रमित हो चुके हैं।
प्रदेश में अब तक मिले कोरोना पाॅजिटिव रोगियों में स्वास्थ्य महकमे के 50 अधिकारी व कर्मचारी शामिल हैं। इनमें अधिकांश रोगी भोपाल में मिले हैं। स्वास्थ्य महकमे में मिले कोरोना के सबसे ज्यादा रोगियों के बाद कोरोना पाॅजिटिव रोगियों की संख्या तब्लीग़ी मरकज़ से जुड़े जमातियों की सामने आ रही है।
सरकारी महकमे के लोगों के इस वायरस से संक्रमित होने के बाद राज्य सरकार की परेशानियां बहुत ज़्यादा बढ़ गई हैं। सरकार को अब आमजन को बचाने के साथ-साथ अपने अमले को बचाने के लिए भी एड़ी-चोटी का जोर लगाना पड़ रहा है।
तीन जिले पूरी तरह सील
कोरोना के सबसे बड़े हाॅट स्पाट इंदौर के बाद भोपाल में भी इस वायरस से ग्रस्त मरीजों की संख्या बहुत तेज गति से बढ़ रही है। इसके अलावा उज्जैन में भी डेढ़ दर्जन के लगभग कोरोना पाॅजिटिव रोगी मिल चुके हैं।
तीनों जिलों में कोरोना के तेजी से बढ़ते प्रकोप के मद्देनजर मध्य प्रदेश सरकार ने इन जिलों की सीमाओं को पूरी तरह से सील कर दिया है। सरकार ने सुस्पष्ट निर्देश दिये हैं कि जिला प्रशासन लाॅकडाउन का उल्लंघन किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करे और ऐसा करने वालों पर सख्त से सख्त कार्रवाई करे।