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शरद पवार का अमित शाह को करारा जवाब- 'आपको तो गुजरात से तड़ीपार किया गया था'

शरद पवार का अमित शाह को करारा जवाब- 'आपको तो गुजरात से तड़ीपार किया गया था'

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हाल ही में एनसीपी प्रमुख शरद पवार पर कुछ टिप्पणियां की थीं। उसी का शनिवार को शरद पवार ने तीखा जवाब दिया है। महाराष्ट्र में पवार के खिलाफ अमित शाह की टिप्पणियों पर आपत्ति भी प्रकट की गई है। इसका असर महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में देखने को मिल सकता है। राज्य में दो महीने बाद चुनाव है। जानिए दो दिग्गजों की राजनीतिः

महाराष्ट्र के अनुभवी राजनेता शरद पवार, जिन्हें हाल ही में अमित शाह ने 'भ्रष्टाचार का सरगना' बताया था, ने पलटवार करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री को याद दिलाया है कि कैसे उन्हें (शाह को) अदालत ने उनके गृह राज्य गुजरात से तड़ीपार (इलाके से बाहर भेजना) किया गया था।

जिसे गुजरात से भगाया गया, वो आज देश का गृहमंत्री है। हम सोचना चाहिए कि हम कहां जा रहे हैं।


-शरद पवार, पूर्व सीएम महाराष्ट्र

शरद पवार ने कहा- “कुछ दिन पहले, गृह मंत्री अमित शाह ने मुझ पर हमला किया और मुझे कुछ बातें कही। उन्होंने मुझे 'देश के सभी भ्रष्ट लोगों का कमांडर' कहा। अजीब बात है कि गृह मंत्री एक ऐसे व्यक्ति हैं जिन्होंने गुजरात के कानून का दुरुपयोग किया और इसके लिए सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें गुजरात से तड़ीपार कर दिया।''

एनसीपी (शरदचंद्र पवार) प्रमुख ने कहा- “जिसे भगाया गया वह आज गृह मंत्री है। इसलिए, हमें यह सोचना चाहिए कि हम कहाँ जा रहे हैं। जिनके हाथों में यह देश है, वे लोग किस प्रकार गलत रास्ते पर जा रहे हैं, हमें इस पर विचार करना चाहिए; वरना मुझे 100% विश्वास है कि वे देश को गलत रास्ते पर ले जायेंगे। हमें इस पर ध्यान देना चाहिए।”

यहां याद दिलाना जरूरी है कि 2010 में, गुजरात के भाजपा नेता अमित शाह को सोहराबुद्दीन शेख मुठभेड़ मामले के सिलसिले में उनके गृह राज्य से दो साल के लिए निष्कासित कर दिया गया था। 2014 में उन्हें सभी आरोपों से बरी कर दिया गया। 2024 में केंद्र की सत्ता में भाजपा आ चुकी थी। नेता विपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी अमित शाह को हत्या आरोपी कह चुके हैं, जिस पर उन्हें सुल्तानपुर कोर्ट में मानहानि मुकदमे का सामना करना पड़ रहा है। अमित शाह गुजरात में तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की कैबिनेट में गृह मंत्री थे। उस समय उन पर कई आरोप लगे थे।

21 जुलाई को, महाराष्ट्र के पुणे में भाजपा के एक सम्मेलन में, शाह ने पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार पर 'भ्रष्टाचार को संस्थागत बनाने' का आरोप लगाया।

अमित शाह ने 21 जुलाई को कहा था- “वे (विपक्ष) भ्रष्टाचार के बारे में बोल रहे हैं। भारतीय राजनीति में भ्रष्टाचार के सबसे बड़े सरगना शरद पवार हैं और इसमें मुझे कोई भ्रम नहीं है। अब वे हम पर क्या आरोप लगाएंगे? अगर किसी ने भ्रष्टाचार को संस्थागत बनाने का काम किया है, तो वो शरद पवार, आप ही हैं।''

अमित शाह की इस टिप्पणी पर एनसीपी (अजीत पवार) के तमाम नेताओं, विधायकों ने अमित शाह के बयान पर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में शरद पवार सबसे बुजुर्ग नेताओं में हैं। हर पार्टी उनका सम्मान करती है। जनता उन्हें प्यार करती है। इसलिए अमित शाह की टिप्पणी उचित नहीं है। एनसीपी (अजीत पवार) महाराष्ट्र सरकार में शिंदे-भाजपा सरकार का सहयोगी दल है। अजीत पवार खुद डिप्टी सीएम हैं। राज्य में जल्द ही विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में अमित शाह की टिप्पणी के राजनीतिक नतीजे निकल सकते हैं।

महाराष्ट्र के चुनाव में महायुति या एनडीए से एमवीए या इंडिया का सीधा मुकाबला होने वाला है। हाल के लोकसभा चुनाव में एनडीए का प्रदर्शन बहुत खराब रहा। वो राज्य में 17 सीटों पर सिमट गई। इंडिया गठबंधन के दलों को 30 सीटें मिलीं। अजीत पवार की पार्टी को सिर्फ एक सीट मिली थी, जबकि भाजपा को 9 सीटें मिली थीं और शिवसेना शिंदे को सात सीटें मिली थीं। भाजपा ने 2019 के चुनाव में 2024 से बेहतर प्रदर्शन किया था।

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