शाइना एनसी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी के लिए उद्धव सेना नेता पर FIR
शिवसेना (यूबीटी) के सांसद अरविंद सावंत और उनकी प्रतिद्वंद्वी शिवसेना गुट की नेता शाइना एनसी के बीच एक बयान को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। शाइना एनसी ने तो अरविंद सावंत के ख़िलाफ़ एफ़आईआर तक दर्ज करा दी है। उन्होंने आरोप लगाया है कि अरविंद सावंत ने उनके ख़िलाफ़ 'एक महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाने वाला' शब्द इस्तेमाल किया है।
अरविंद सावंत ने दो दिन पहले शाइना एनसी के बारे में टिप्पणी की थी। सावंत की वह टिप्पणी शाइना एनसी के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा छोड़कर अपने सहयोगी एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले शिवसेना गुट में शामिल होने को लेकर थी। सावंत ने मीडिया से कहा, 'वह (शायना एनसी) अब तक भाजपा के साथ थीं। जब उन्हें वहां (टिकट) नहीं मिला, तो वह दूसरी पार्टी में चली गईं। यहां इंपोर्टेड माल स्वीकार नहीं किया जाता है, हमारे यहाँ ऑरिजिन माल चलता है। (अपने उम्मीदवार की ओर इशारा करते हुए) हमारा ऑरिजिनल माल है।'
सावंत की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए शाइना एनसी ने नागपाड़ा पुलिस स्टेशन में शिकायत की और शिवसेना (यूबीटी) नेताओं की चुप्पी पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा, "अरविंद सावंत मुझे पहले भी चुनाव प्रचार के लिए साथ ले गए थे और अब मैं 'इंपोर्टेड माल' हूं?"
शाइना एनसी की शिकायत के आधार पर सावंत के खिलाफ महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाने से जुड़ा मामला और किसी व्यक्ति को बदनाम करने से जुड़ा मामला के तहत केस दर्ज किया गया। उन्होंने पूछा, 'एक महिला को वस्तु के रूप में क्यों पेश किया जा रहा है? उनके बगल में बैठे अमीन पटेल मुस्कुरा रहे हैं। एक महिला की गरिमा का हनन क्यों किया जा रहा है?'
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार शाइना ने कहा, "इससे अरविंद सावंत और उनकी पार्टी की मानसिकता का पता चलता है। क्या वह मुंबादेवी की हर महिला को 'माल' के रूप में देखते हैं? वह महिलाओं के प्रति कोई सम्मान नहीं दिखाते हैं, राजनीति में एक सक्षम महिला के बारे में बताने के लिए ऐसे शब्दों का इस्तेमाल करते हैं।"
पहले भाजपा की वरिष्ठ नेता रहीं 52 वर्षीय शाइना एनसी, सीटों के तालमेल के कारण शिवसेना में शामिल हो गईं और उन्हें प्रतिष्ठित मुंबादेवी सीट से टिकट दिया गया। यहाँ उनका मुकाबला तीन बार के कांग्रेस विधायक अमीन पटेल और भाजपा के बागी अतुल एच. शाह से है।
अपने बचाव में अरविंद सावंत ने कहा, 'मैंने दो दिन पहले ही बाइट दी थी। वे दो दिन तक क्या कर रहे थे? मैं महिलाओं का सम्मान करता हूं, मैं बालासाहेब की सेना से हूं। उन्हें शिकायत दर्ज कराने दीजिए।'