महाराष्ट्र की तरह गोवा में भी विपक्षी नेताओं के फोन हो रहे टैप: राउत
शिवसेना ने आरोप लगाया है कि गोवा में विपक्षी दलों के नेताओं के फोन टैप किए जा रहे हैं। शिवसेना सांसद संजय राउत ने शनिवार को कहा कि गोवा के वरिष्ठ नेता और विधायक सुदीन धवलीकर, विधायक विजय सरदेसाई, पूर्व मुख्यमंत्री दिगंबर कामत और गोवा कांग्रेस के अध्यक्ष गिरीश चोडानकर के फोन टैप किए गए हैं।
राउत ने सवाल उठाया कि गोवा में यह फोन टैप कराने के पीछे आखिर कौन है।
शिवसेना ने इस बार गोवा का विधानसभा चुनाव कांग्रेस के साथ गठबंधन कर लड़ने की कोशिश की थी लेकिन उसका गठबंधन नहीं हो सका। इसके बाद शिवसेना ने एनसीपी के साथ गठबंधन किया और विधानसभा का चुनाव लड़ा।
मुंबई में पत्रकारों से बातचीत करते हुए संजय राउत ने कहा कि भारत में लगातार विपक्षी दलों के नेताओं के फोन टैप हो रहे हैं, ऐसा विशेषकर चुनावी राज्यों में हो रहा है।
उन्होंने कहा कि ऐसा ही महाराष्ट्र में भी हो चुका है और यही अब गोवा में भी किया जा रहा है। संजय राउत ने कहा कि महाराष्ट्र के नेता इस समय गोवा के प्रभारी भी हैं। उनका इशारा महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की ओर था।
शिवसेना सांसद संजय राउत ने आरोप लगाया कि एक और चुनावी राज्य उत्तर प्रदेश में भी फोन टैपिंग हो रही है। उन्होंने कहा कि वह सपा प्रमुख अखिलेश यादव को लेकर चिंतित हैं।
गोवा के चुनाव नतीजे बाकी चार राज्यों के साथ 10 मार्च को आएंगे। इस बार राज्य में बीजेपी ने अकेले चुनाव लड़ा है जबकि उसे कांग्रेस के गठबंधन और विपक्षी दलों से अच्छी-खासी चुनौती मिली है। गोवा में विधानसभा की 40 सीटें हैं।
महाराष्ट्र में फोन टैपिंग का मुद्दा
बीते साल महाराष्ट्र में पुणे की पुलिस आयुक्त रश्मि शुक्ला पर यह आरोप लगा था कि उन्होंने महाराष्ट्र में कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले सहित कुछ और नेताओं के फोन टैप किए थे। ठाकरे सरकार ने इस मामले में 3 सदस्यों की एक हाई लेवल कमेटी बनाई थी और इस कमेटी ने यह पाया था कि फोन टैपिंग हुई है।
इस मामले में पुणे पुलिस की ओर से रश्मि शुक्ला के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी। तब इसे लेकर खासा हंगामा हुआ था और महाविकास आघाडी सरकार में शामिल दलों के नेताओं ने बीजेपी पर हमला बोल दिया था।
गोवा में कांग्रेस का गोवा फॉरवर्ड पार्टी के साथ गठबंधन है। जबकि टीएमसी ने महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी के साथ गठबंधन किया।
टीएमसी और आम आदमी पार्टी के मैदान में उतरने से गोवा का विधानसभा चुनाव बेहद रोमांचक हो गया है। गोवा में पिछली बार कांग्रेस को सबसे ज्यादा सीटें मिली थी लेकिन बीजेपी ने जोड़-तोड़ कर सरकार बना ली थी।