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बंगाल में ‘खेला होबे’ की तर्ज पर यूपी में सपा का ‘खदेड़ा होइबे’ 

बंगाल में ‘खेला होबे’ की तर्ज पर यूपी में सपा का ‘खदेड़ा होइबे’ 

पश्चिम बंगाल में ‘खेला होबे’ के नारे के बाद उत्तर प्रदेश में ‘खदेड़ा होइबे’ के नारे की एंट्री हुई है। क्या यह नारा भी वैसी ही धूम मचा पाएगा?

उत्तर प्रदेश में फिर से सरकार बनाने के लिए बेकरार समाजवादी पार्टी ने ‘खदेड़ा होइबे’ नाम से चुनावी गीत लॉन्च किया है। पार्टी को शायद उम्मीद है कि जिस तरह पश्चिम बंगाल में ‘खेला होबे’ का नारा ख़ूब चला, उसी की तर्ज पर उत्तर प्रदेश में भी ‘खदेड़ा होइबे’ का नारा धूम मचा सकता है। इसलिए ‘खदेड़ा होइबे’ शीर्षक से चुनावी गीत लॉन्च किया गया है।

इस गीत में कहा गया है कि समाजवादी पार्टी के वोटरों का इस बार चुनाव में रेला होगा और बीजेपी मुंह के बल गिरेगी। गीत में उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी की जीत होने की बात कही गई है। 

गीत में अखिलेश यादव की रैलियों में होने वाली भीड़ और सपा के कार्यकर्ताओं को पार्टी के झंडे लहराते हुए दिखाया गया है। 

पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव में जीत के लिए बीजेपी ने पूरा जोर लगाया था। लेकिन उसके तमाम बड़े नेताओं की रैलियां और भारी-भरकम प्रचार टीएमसी के ‘खेला होबे’ के नारे के आगे फीका पड़ गया था। तब इस नारे की बंगाल के बाहर भी जमकर गूंज हुई थी। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में समाजवादी पार्टी भी ‘खदेड़ा होइबे’ के नारे को जमकर प्रचारित करेगी। 

अखिलेश यादव प्रदेश भर में "समाजवादी विजय यात्रा" निकाल रहे हैं। अखिलेश ने कहा है कि 2022 में उत्तर प्रदेश में बदलाव होना तय है। उन्होंने कहा है कि महंगाई और बेरोज़गारी से जनता बुरी तरह त्रस्त है। 

बीजेपी-एसपी के बीच होगा मुक़ाबला 

उत्तर प्रदेश के चुनाव में जो सूरत बनती दिख रही है, उसमें ये साफ है कि चुनाव में बीजेपी का सीधा मुक़ाबला समाजवादी पार्टी की अगुवाई वाले गठबंधन से होने जा रहा है। 

ABP-C Voter का सर्वे भी इस बात को दिखाता है कि उत्तर प्रदेश में बीजेपी को अखिलेश यादव से कड़ी चुनौती मिलेगी। सर्वे के मुताबिक़, 403 सीटों वाली उत्तर प्रदेश की विधानसभा में बीजेपी और उसके सहयोगी दलों को 213-221 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है जबकि 2017 में यह आंकड़ा 325 था। एसपी गठबंधन को 152 से 160 जबकि बीएसपी को 16 से 20, कांग्रेस को 6 से 10 और अन्य को 2 से 6 मिलने की बात कही गई है। 

गठबंधन बना रहे अखिलेश 

अखिलेश यादव तमाम छोटे दलों को जोड़कर एक मजबूत गठबंधन बनाने में जुटे हैं। बता दें कि अखिलेश यादव ने राष्ट्रीय लोकदल, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) और महान दल के साथ गठबंधन फ़ाइनल कर लिया है और अब ये दल मिलकर 2022 का चुनाव लड़ेंगे। आम आदमी पार्टी के साथ भी उनका गठबंधन फ़ाइनल होने वाला है। 

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