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रूस ने फिर दी परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की धमकी

रूस ने फिर दी परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की धमकी

यूक्रेन पर हमला करने के बीते 1 महीने में रूस कई बार परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की बात कह चुका है। रूस के द्वारा बार-बार परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की बात करना पूरी दुनिया के लिए बेहद गंभीर चिंता का विषय है।

रूस ने एक बार फिर परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की धमकी दी है। रूस के प्रवक्ता दिमित्री पास्कोव ने पीबीएस न्यूज़ ऑवर को सोमवार को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि अगर उसके वजूद पर खतरा आएगा तो वह सिर्फ उसी सूरत में परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करेगा। 

यूक्रेन पर हमला करने के बीते 1 महीने में रूस कई बार परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की बात कह चुका है। पास्कोव ने कुछ दिन पहले सीएनएन को दिए एक इंटरव्यू में भी यही बात कही थी कि यूक्रेन के खिलाफ चल रहे युद्ध में अगर उसके लिए अपने अस्तित्व को बचाने का खतरा होगा तो उनका देश परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करेगा।

निश्चित रूप से रूस के द्वारा बार-बार परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की बात करना पूरी दुनिया के लिए बेहद गंभीर चिंता का विषय है।

कुछ दिन पहले रूस के विदेश मंत्री सरगेई लावरोव ने भी कहा था कि तीसरा विश्व युद्ध परमाणु हथियारों के दम पर लड़ा जाएगा और यह बेहद विनाशकारी साबित होगा। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन भी यूक्रेन के खिलाफ चल रहे युद्ध के दौरान अपनी न्यूक्लियर फोर्स को हाई अलर्ट मोड में डालने का आदेश दे चुके हैं।

रूसी प्रवक्ता ने कहा कि यूक्रेन में चल रहे ऑपरेशन का जो भी परिणाम हो लेकिन यह परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की कोई वजह नहीं होगा। उन्होंने यह भी कहा कि रूस अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के बयानों पर लगातार नजर बनाए रखेगा।

बीते कुछ दिनों में अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने नाटो, G-7 और यूरोपियन यूनियन के देशों के साथ यूक्रेन-रूस युद्ध के मसले पर बातचीत की है। 

अमेरिका भी देगा जवाब

इस बीच ऐसी भी खबरें हैं कि अगर रूस यूक्रेन पर युद्ध के दौरान परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करता है तो अमेरिका भी इसका जवाब देगा। क्योंकि परमाणु हथियारों का इस्तेमाल होने पर इसका असर नाटो देशों पर भी पड़ेगा और अमेरिका कई बार चेता चुका है कि अगर रूस ने नाटो देशों पर हमला किया तो वह इसका पुरजोर जवाब देगा। 

कुछ दिन पहले नाटो के महासचिव जनरल स्टोल्टनबर्ग ने भी कहा था कि अगर रूस रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल करेगा तो इसके गंभीर नतीजे होंगे। अमेरिका ने इस मामले में विशेषज्ञों की एक टीम का गठन किया है जिसे टाइगर टीम का नाम दिया गया है।

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