कश्मीर टाइम्स की संपादक अनुराधा भसीन का आरोप- सरकारी फ्लैट में हुई तोड़फोड़ व चोरी
जम्मू और कश्मीर की वरिष्ठ पत्रकार और कश्मीर टाइम्स की संपादक अनुराधा भसीन ने आरोप लगाया है कि कुछ गुंडों ने जम्मू में उनके सरकारी फ्लैट पर धावा बोलने के बाद घरेलू सामान को नष्ट कर दिया और फ्लैट पर क़ब्ज़ा कर लिया है। साल 2000 में भसीन को यह फ्लैट आवंटित किया गया था। उन्होंने आरोप लगाया है कि उनके घर से गहने और अन्य क़ीमती सामान चोरी हो गया है।
भसीन ने इस संबंध में सोशल मीडिया पर जानकारी देते हुए लिखा, “आज, कुछ गुंडे विधान परिषद के पूर्व सदस्य शहनाज़ गनाई के भाई डॉ. इमरान गनाई के नेतृत्व में वज़ारत रोड जम्मू में वर्ष 2000 में मुझे आवंटित सरकारी फ्लैट में घुस गए और वहां चोरी की।” उन्होंने संपदा विभाग और "कुछ पुलिस कर्मियों" पर इस मामले में गुंडों का साथ देने का भी आरोप लगाया है।
कोई सूचना नहीं दी
‘सत्य हिन्दी’ से बात करते हुए अनुराधा भसीन ने कहा, “फ्लैट खाली करने के लिए मुझे संपदा विभाग से कोई सूचना नहीं मिली है। मैं अपने फ्लैट में कुछ गुंडों द्वारा सामान को नष्ट करने और आभूषण सहित कई क़ीमती सामान चोरी करने से दंग हूं।” उन्होंने कहा, "इस फ्लैट पर कब्जा कर लिया गया है जबकि अंदर की दीवारों पर अभी भी मेरे और मेरे परिवार की तसवीरें हैं।”
उल्लेखनीय है कि अनुराधा भसीन जम्मू-कश्मीर की एक वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषक हैं। वह राज्य के राजनीतिक और सामाजिक हलकों में सम्मानित हैं। सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर हजारों लोगों ने इस घटना को लेकर उनके प्रति सहानुभूति व्यक्त की है।
लिखित शिकायत दर्ज कराई
अनुराधा भसीन ने घटना के संबंध में जम्मू के पीर मथा क्षेत्र पुलिस स्टेशन में एक लिखित शिकायत दर्ज कराई है। जब ‘सत्य हिन्दी’ ने इस संबंध में संबंधित एसएचओ इनायत अली से बात की तो उन्होंने कहा, “हमें तीन लिखित शिकायतें मिली हैं। एक शिकायत अनुराधा भसीन से मिली है, एक अन्य संपदा विभाग से और तीसरी डॉ. इमरान से, जो वर्तमान में फ्लैट में हैं। संपदा विभाग का कहना है कि उसने यह फ्लैट अनुराधा भसीन से लेकर किसी और को सौंप दिया है।” एसएचओ ने आगे कहा कि अनुराधा जी ने अपने सामान के चोरी होने की शिकायत की है और पुलिस इसकी जांच कर रही है।
अनुराधा का कहना है कि वह साल 2000 से इस फ्लैट में रह रही हैं। उन्होंने कहा कि हैरानी की बात है कि फ्लैट छोड़ने के लिए उन्हें कोई नोटिस नहीं दिया गया था। वरिष्ठ पत्रकार ने कहा, “इसके विपरीत, मेरे फ्लैट पर गुंडों ने क़ब्ज़ा कर लिया है और उसमें रखा सामान लूट लिया गया है। दुर्भाग्य से, यहां तक कि पुलिस भी इस मामले में अपनी जिम्मेदारी को पूरा करती दिखाई नहीं देती है।”