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ब्रिटेन के बाद अमेरिका में ओमिक्रॉन से पहली मौत: रिपोर्ट

ब्रिटेन के बाद अमेरिका में ओमिक्रॉन से पहली मौत: रिपोर्ट

ओमिक्रॉन वैरिएंट को हल्के लक्षण वाला वैरिएंट मानने वालों के लिए यह ख़बर एक झटका हो सकता है। ब्रिटेन के बाद अब अमेरिका में भी इस वैरिएंट से संक्रमित व्यक्ति की मौत हो गई है। 

अमेरिका के टेक्सास शहर में सोमवार को ओमिक्रॉन वैरिएंट से मौत का मामला सामने आया है। समझा जाता है कि अमेरिका में रिकॉर्ड किए गए मामलों में इस वैरिएंट से यह पहली मौत है। रिपोर्ट के अनुसार, जिस शख्स की मौत हुई उसने टीका नहीं लगवाया था। 

एबीसी न्यूज़ ने ख़बर दी है कि माना जाता है कि यह संयुक्त राज्य अमेरिका में पहली ज्ञात दर्ज की गई ओमिक्रॉन से मौत है। हैरिस काउंटी स्वास्थ्य विभाग ने एक बयान में कहा है कि पीड़ित की उम्र 50-60 वर्ष के बीच है। इसने कहा है कि कोरोना से गंभीर जटिलताओं का अधिक ख़तरा था, क्योंकि उसका टीकाकरण नहीं हुआ था।

अमेरिका में कोरोना के कुल नए मामलों में से 73.2% मामले ओमिक्रॉन के हैं। अमेरिका के उत्तर पश्चिम प्रशांत, दक्षिण और मध्य पश्चिम के कुछ हिस्सों में तो कुल नए मामलों के 90 फ़ीसदी इस वैरिएंट के हैं। व्हाइट हाउस की ओर से बताया गया है कि उनके स्टाफ़ का एक शख़्स भी कोरोना पॉजिटिव हुआ है और वह तीन दिन पहले 30 मिनट तक बाइडेन के आसपास था। हालाँकि बाइडेन की रिपोर्ट नेगेटिव आई है।

इससे पहले ब्रिटेन ने ओमिक्रॉन से विश्व स्तर पर ओमिक्रॉन से पहली मौत की सूचना दी थी। ब्रिटेन में अब तक 12 लोगों की मौत हो चुकी है।

माना जाता है कि ब्रिटेन की सरकार आधिकारिक तौर पर इस नये वैरिएंट से मौत की घोषणा करने वाली पहली सरकार है। ब्रिटेन में ओमिक्रॉन के मामले काफ़ी तेज़ी से फैल रहे हैं। ब्रिटेन में इस वैरिएंट से 37 हज़ार से ज़्यादा मामले दर्ज किए गए हैं। 

डब्ल्यूएचओ की चेतावनी

इधर विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी डब्ल्यूएचओ की प्रमुख वैज्ञानिक सौम्या स्वामीनाथन ने कहा है कि ओमिक्रॉन वैरिएंट को हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि शुरुआती सबूतों से यह निष्कर्ष निकालना 'मूर्खतापूर्ण' होगा कि ओमिक्रॉन पिछले वाले की तुलना में कमजोर वैरिएंट है।

स्वामीनाथन की यह चेतावनी इसलिए अहम है क्योंकि अब तक आम तौर पर यह मानकर चला जा रहा है कि नया वैरिएंट उतना घातक नहीं है। दक्षिण अफ्रीका में कोरोना रोगियों का इलाज करने वाले डॉक्टरों ने ही कहा था कि ओमिक्रॉन में सूखी खांसी, बुखार और रात को पसीना आना जैसे हल्के लक्षण दिखते हैं। हालाँकि, शुरू से ही विशेषज्ञ ठोस नतीजे आने तक कोई भी पक्का निष्कर्ष निकालने के प्रति चेता रहे हैं।

वैसे, डब्ल्यूएचओ ने भी सोमवार को साफ़ कहा है कि ओमिक्रॉन वैरिएंट डेल्टा की तुलना में तेज़ी से फैल रहा है और पहले से ही टीका लगाए गए लोगों या कोरोना बीमारी से उबर चुके लोगों को संक्रमित कर रहा है।

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