उदयपुर के रेलवे ट्रैक पर हुए धमाके के मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। शुरुआती जांच में पता चला है कि यह एक आतंकी घटना है और ऐसा लोगों में दहशत पैदा करने के लिए किया गया। इंडिया टुडे के मुताबिक, इस धमाके की आवाज शनिवार शाम को ओडा गांव के लोगों ने सुनी। इसके बाद लोग रेलवे ट्रैक पर पहुंचे और देखा कि रेलवे ट्रैक टूट गया है। इस ट्रैक से अहमदाबाद-उदयपुर जाने वाली ट्रेन जाती है।
यहां से रविवार सुबह 11:30 बजे ट्रेन को जाना था। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई थी।
धमाके के बाद जब पुलिस की टीम मौके पर पहुंची तो उसे विस्फोटक भी मिला। उदयपुर के एसपी विकास शर्मा ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि पुलिस इस मामले में तमाम सुबूतों को जुटा रही है। उन्होंने बताया कि मौके से मिले विस्फोटक पदार्थ खनन के कामों में इस्तेमाल किए जाते हैं।
रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि यह धमाका उदयपुर से 35 किलोमीटर दूर हुआ है और एटीएफ, एनआईए और आरपीएफ की टीमें धमाके की जांच कर रही हैं। उन्होंने कहा है कि इस धमाके के दोषियों को सख्त सजा दी जाएगी।
रेलवे की एक टीम ने ट्रैक को दुरुस्त किया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी इस घटना को लेकर चिंता जताई है और राजस्थान के डीजीपी को घटना की बेहतर जांच करने के आदेश दिए हैं।
डीजीपी ने कहा कि पुलिस इस मामले में रेलवे के अफसरों के संपर्क में हैं और केंद्रीय एजेंसियों की भी जरूरी मदद की जा रही है। फॉरेंसिक साइंस लैबोरेट्री और एंटी टेटरिस्ट स्क्वैड भी मौके पर पहुंची और घटना की जांच कर रही है।
एक पुलिस अफसर ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि ऐसा लगता है कि यह धमाका बहुत सोच-समझकर किया गया है। उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों के सजग होने की वजह से एक बड़ा हादसा टल गया। पुलिस ने कहा है कि वह इस मामले में सभी एंगल से जांच कर रही है।