करणी सेना के अध्यक्ष की हत्या की जांच एसआईटी को, हमलावरों की पहचान

04:08 pm Dec 06, 2023 | सत्य ब्यूरो

हिन्दूवादी संगठन राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के प्रमुख सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या करने वाले दो शूटरों की राजस्थान पुलिस ने पहचान कर ली है। कल जयपुर में उनके घर पर उनके साथ चाय पीते समय आरोपी ने उन्हें नजदीक से कई बार गोली मारी थी।

मामले की जांच के लिए डीजीपी उमेश मिश्रा ने एसआईटी का गठन किया है। पुलिस ने दो आरोपियों रोहित राठौड़ मकराना और नितिन फौजी की पहचान कर ली है। उनकी गिरफ्तारी पर 5-5 लाख रुपये के इनाम की घोषणा की गई। डीजीपी ने बताया कि आरोपियों की तलाश में कई टीमें बनाई गईं हैं और वे लगातार छापे मार रही हैं।

पुलिस सूत्रों का कहना है कि यह घटना गैंग के बीच आपसी रंजिश का मामला भी हो सकता है। पुलिस के मुताबिक सुखदेव सिंह गोगामेड़ी का राजस्थान के गोगामेड़ी पुलिस स्टेशन में आपराधिक रिकॉर्ड था और उनके खिलाफ लगभग 30 मामले दर्ज थे। कई मामलों में उन्हें बरी भी कर दिया गया था।

हरियाणा में छिपे हैं हमलावरपुलिस सूत्रों का कहना है कि गोगामेड़ी की हत्या के आरोपी हरियाणा में छिपे हो सकते हैं। आरोपी बहाने चर्चा करने उनके घर आए थे। उसी दौरान सुखदेव सिंह गोगामेड़ी और उनके एक अंगरक्षक को गोली मार दी गई। हमलावरों के साथ आए एक आरोपी को भी गोली लगी, जिसकी मौत हो गई है। बदमाशों के संभावित ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है...राजस्थान पुलिस का कहना है कि "हरियाणा के डीजी से संपर्क कर सहायता मांगी गई है। हत्या की जिम्मेदारी रोहित गोदारा गैंग ने ली है, जल्द ही सभी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा...।"

गोल्डी बरार और लॉरेंस बिश्नोई गैंग से करीबी तौर पर जुड़े गैंगस्टर रोहित गोदारा ने एक फेसबुक पोस्ट में हत्या की जिम्मेदारी ली है। पुलिस सूत्रों ने मीडिया को बताया कि रोहित गोदारा ने पहले सुखदेव गोदारा को धमकी दी थी और राजपुर नेता ने गैंगस्टर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी।

बहरहाल, करणी सेना के उनके समर्थकों ने शिप्रा पथ रोड जाम कर दिया और आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग की। जयपुर के अलावा अजमेर, सवाई माधोपुर, सीकर, टोंक, दौसा, झुंझुनू, भरतपुर, भीलवाड़ा, पाली, जोधपुर, बाड़मेर, जैसलमेर, उदयपुर, सिरोही और माउंट आबू सहित अन्य जिलों से बंद और विरोध प्रदर्शन की खबरें आईं।

इस बीच राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना ने अल्टीमेटम जारी किया है कि जब तक सुखदेव के हत्यारों का एनकाउंटर नहीं किया जाएगा तब तक गोगामेड़ी के शव का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा और न ही नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह होने दिया जाएगा। तीन हत्यारों के बारे में भी जानकारी सामने आ रही है, जिनमें से एक की फायरिंग में मौत हो गई।