मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के क़रीबी मंत्री शांति धारीवाल का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। इसमें वह कहते सुने जा सकते हैं कि जिस षडयंत्र के तहत पंजाब खोया गया उसी के तहत राजस्थान भी खोने जा रहे हैं।
समझा जाता है कि इस वीडियो में शांति धारावील राजस्थान के मौजूदा संकट के संदर्भ में बोल रहे हैं। हालाँकि, यह वीडियो वीडियो कब का है, इसके बारे में साफ़ तौर पर नहीं कहा जा सकता है। वीडियो की सत्यता की पुष्टि भी आधिकारिक तौर पर नहीं की गई है। लेकिन सोशल मीडिया पर साझा किए गए वीडियो में पत्रकार हमजा ख़ान ने ट्वीट किया है, "शांति धारीवाल का कहना है कि एक 'साजिश' (पायलट को सीएम के रूप में नियुक्त करने के लिए) के कारण राजस्थान में पंजाब की पुनरावृत्ति हो सकती है। इस बात से नाराज़ हैं कि गहलोत अभी दो पदों पर भी नहीं हैं तो आलाकमान उनका इस्तीफा क्यों मांग रहा है।'
उस वीडियो में उनको यह कहते हुए सुना जा सकता है कि ' आपने कहा कि गहलोत के पास दो पद हैं। हाईकमान में बैठे लोग यह बता दें कि उनके पास आज कौन से दो पद हैं, जो इस्तीफा मांग रहे हैं। अभी कुल मिलाकर उनके पास सिर्फ मुख्यमंत्री पद है। जब दूसरा पद मिल जाए, तब इस्तीफा देने की बात उठेगी, आज क्या बात उठ गई कि आप इस्तीफा मांगने को तैयार हो। ये सारा षड्यंत्र था, इसी षड्यंत्र के तहत पंजाब खोया। उसी षडयंत्र के तहत राजस्थान भी खोने जा रहे हैं। अगर हम लोग संभल जाएँ, तो राजस्थान बचेगा, नहीं तो नहीं बचेगा।'
बता दें कि पिछले साल पंजाब में भी कांग्रेस एक ऐसे ही संकट से गुजरी थी। तब मुख्यमंत्री के पद पर कैप्टन अमरिंदर सिंह थे और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद पर नवजोत सिंह सिद्धू थे। कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच लंबे समय से तनातनी चली रही थी। इसी तनातनी के बीच अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफ़ा देना पड़ा था। नवजोत सिंह सिद्धू को कांग्रेस हाईकमान ने कैप्टन के पुरजोर विरोध के बाद प्रदेश अध्यक्ष बनाया था। उनके अध्यक्ष बनने के बाद कैप्टन पर और ज़्यादा दबाव बना था। कैप्टन के इस्तीफ़े से पहले पंजाब कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुला ली गई थी।
बाद में ऐसे हालात बने कि चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बनाया गया। नवजोत सिंह सिद्धू को भी कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफ़ा देना पड़ा था। इस बीच कई और नेता नाराज़ हो गए थे। उनमें से कुछ तो पार्टी छोड़कर चले भी गए। उसके कुछ महीने बाद जब चुनाव हुए तो कांग्रेस की ज़बरदस्त हार हुई।
राजस्थान सरकार में मंत्री और कांग्रेस नेता शांति धारीवाल वीडियो में इसी पंजाब संकट को लेकर चेताते नज़र आते हैं। धारीवाल मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के क़रीबी माने जाते हैं। शनिवार को शांति धारीवाल के घर पर ही गहलोत गुट के विधायकों और मंत्रियों की बैठक हुई थी। रिपोर्ट के अनुसार कल रात को शांति धारीवाल के घर पर पचास से ज़्यादा विधायक और मंत्री जुटे थे।
राजस्थान में कांग्रेस के पर्यवेक्षक अजय माकन ने धारीवाल के घर हुई बैठक को अनुशासनहीनता माना है। माकन ने कहा है कि कांग्रेस विधायकों की बैठक बुलाई गई थी, लेकिन इसके समानांतर धारीवाल अपने घर पर बैठक कर रहे थे। उन्होंने धारीवाल पर कार्रवाई के भी संकेत दिए थे।