उदयपुर हत्याकांड के अभियुक्तों के साथ संबंधों पर जवाब दे बीजेपी: गहलोत

10:10 am Jul 12, 2022 | सत्य ब्यूरो

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि बीजेपी को उदयपुर हत्याकांड के अभियुक्तों के साथ अपने संबंधों के बारे में जवाब देना चाहिए। बता दें कि उदयपुर में हुए कन्हैया लाल हत्याकांड के एक अभियुक्त मोहम्मद रियाज अटारी की बीजेपी के बड़े नेताओं के साथ तस्वीर सामने आई थी। 

इसे लेकर तब खासा हंगामा भी हुआ था और अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने तमाम गंभीर आरोप बीजेपी पर लगाए हैं।

सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में अशोक गहलोत ने कहा कि उदयपुर हत्याकांड के अभियुक्तों के बीजेपी के साथ किस रूप में और किस लेवल तक के संबंध हैं, यह सबको पता है।

गहलोत ने कहा कि अभी हाल ही में खबर आई थी कि उदयपुर हत्याकांड के अभियुक्त जिस मकान में किराए में रहते थे और वहां का मकान मालिक भी मुस्लिम था, उसने पुलिस को शिकायत दी थी कि यह उसे तंग करते हैं, उनके घर में कई लोग आते हैं और उसे धमकाते हैं और किराया नहीं दे रहे हैं। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस के कार्रवाई करने से पहले ही बीजेपी नेताओं के कई फोन थाने में यह कह कर गए कि यह हमारा कार्यकर्ता है और इसे परेशान ना किया जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उदयपुर हत्याकांड के अभियुक्त किसकी गोद में बैठे थे और किसके साथ उन लोगों के संबंध थे वह जगजाहिर हो चुका है और इसका जवाब बीजेपी को देना चाहिए।

राजस्थान बीजेपी के बड़े नेता गुलाब चंद कटारिया के साथ भी मोहम्मद रियाज की तस्वीर वायरल हुई थी। कांग्रेस ने मोहम्मद रियाज की बीजेपी नेताओं के साथ तस्वीर सामने आने के बाद उस पर हमला बोल दिया था। 

सोशल मीडिया पर भी हुए लगातार हमलों के बाद बीजेपी बुरी तरह घिर गई थी। 

इसके अलावा जम्मू-कश्मीर से पकड़ा गया लश्कर-ए-तैयबा का एक आतंकवादी तालिब हुसैन शाह बीजेपी के अल्पसंख्यक मोर्चा की आईटी सेल का प्रमुख रह चुका था। 

माहौल तनावपूर्ण 

राजस्थान में बीते कुछ महीनों से सांप्रदायिक माहौल बेहद तनावपूर्ण रहा है। जोधपुर, करौली सहित कई इलाकों में सांप्रदायिक झड़प की घटनाएं हो चुकी हैं और उदयपुर में हुए हत्याकांड के बाद पूरे प्रदेश में धारा 144 को लागू करना पड़ा था।

बीजेपी और कांग्रेस आमने-सामने 

सांप्रदायिक तनाव की घटनाओं को लेकर बीजेपी और कांग्रेस आमने-सामने हैं तो पुलिस भी पूरी तरह चुस्त-दुरुस्त है। राजगढ़ में 300 साल पुराने मंदिरों को गिराए जाने को लेकर बीजेपी और कांग्रेस के बीच जमकर वाद विवाद हुआ था। 

बीजेपी ने गहलोत सरकार पर तुष्टिकरण की राजनीति करने और दंगाइयों को संरक्षण देने का आरोप लगाया था तो वहीं कांग्रेस ने कहा था कि बीजेपी के नेता एक षड्यंत्र के तहत राजस्थान के अमन-चैन और शांति को भंग कर रहे हैं।