कूचबिहार के शीतलकुची में हुई फ़ायरिंग को लेकर भड़काऊ बयान देने वाले बीजेपी नेता राहुल सिन्हा पर चुनाव आयोग ने सोमवार को 48 घंटे का बैन लगा दिया है। टीएमसी ने चुनाव आयोग से राहुल सिन्हा और बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष दिलीप घोष पर कार्रवाई करने की मांग की थी। आयोग ने दिलीप घोष से भी कहा है कि वे “और होंगी शीतलकुची जैसी घटनाएं” वाले बयान को लेकर नोटिस भेजा है और कहा है कि वे अपना स्पष्टीकरण दें। उन्हें इसके लिए बुधवार सुबह 10 बजे तक का समय दिया गया है।
शीतलकुची में यह फ़ायरिंग 10 अप्रैल को बंगाल में चौथे चरण के मतदान के दिन हुई थी। ममता बनर्जी ने इस घटना को लेकर बीजेपी पर हमला बोला था और इसे नरसंहार कहा था।
हावड़ा सीट से बीजेपी के उम्मीदवार राहुल सिन्हा ने कहा था कि शीतलकुची में 4 नहीं 8 लोग मारे जाने चाहिए थे। ये बयान उन्होंने अपने निर्वाचन क्षेत्र में एक सभा के दौरान दिया था।
बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव रह चुके सिन्हा ने कहा था, “18 साल के एक लड़के को जनता के बीच में इसलिए गोली मार दी गयी क्योंकि वह बीजेपी का समर्थक था। ममता बनर्जी उन लोगों की नेता हैं जो दूसरों को वोट डालने से रोकने के लिए बदमाशी करते हैं। अब ममता के दिन पूरे हो चुके हैं। केंद्रीय बलों ने शीतलकुची में सही ढंग से जवाब दिया। अगर ऐसा फिर से होगा तो वे फिर से जवाब देंगे।”
टीएमसी की नेता और बंगाल सरकार में मंत्री ज्योति प्रिया मल्लिक ने सिन्हा के इस बयान के लिए उनकी निंदा की थी। मल्लिक ने कहा था, “बीजेपी बर्बर, असभ्य और हिंसक पार्टी है। चुनाव आयोग को ऐसी पार्टी को बैन कर देना चाहिए।”
दिलीप घोष का बयान
दिलीप घोष ने रविवार को उत्तर 24 परगना के बारानगर में आयोजित एक जनसभा में कहा था, “ऐसे शरारती लड़के जो समझते थे कि केंद्रीय बलों की राइफ़ल चुनावी ड्यूटी के दौरान सिर्फ़ दिखाने के लिए है, वे शीतलकुची में जो ग़लती की, उसे नहीं दोहराएंगे। ऐसा पूरे बंगाल में होगा। अगर किसी ने भी क़ानून को अपने हाथ में लेने की कोशिश की तो यह उसके साथ भी होगा।”
एक दूसरी जनसभा में भी दिलीप घोष ने इसी तरह की बात कही। घोष ने कहा, “दीदी जनादेश से डरती हैं, वे दिन चले गए जब लोग डरा करते थे। वे सुबह से लाइनों में खड़े हैं और अपने वोट डाल रहे हैं। 17 अप्रैल को भी आप लोग जाएंगे और लाइन में खड़े होंगे तो कोई आपको घूर नहीं सकेगा। अगर कोई ऐसा करेगा तो आपने देखा कि शीतलकुची में क्या हुआ। कई जगहों पर शीतलकुची जैसी और घटनाएं होंगी।”
घोष को गिरफ़्तार किया जाए: टीएमसी
टीएमसी की ओर से चुनाव आयोग की दी गई शिकायत में कहा गया है कि दिलीप घोष ने इन हत्याओं को सही ठहराया है और बंगाल के लोगों को धमकी दी है कि ऐसी और हत्याएं होंगी। टीएमसी ने इसके साथ ही घोष के बयान का वीडियो भी अटैच किया है।
टीएमसी ने कहा है कि दिलीप घोष ने इस तरह के बयान देकर हिंसा को बढ़ावा दिया है और इससे यह भी संकेत मिलता है कि शीतलकुची की हिंसा बीजेपी के द्वारा प्रायोजित थी और इसे गृह मंत्री के आदेश पर किया गया।
टीएमसी ने कहा है कि घोष के इस बयान के लिए उन्हें गिरफ़्तार किया जाना चाहिए। टीएमसी नेता सुखेंदु शेखर राय ने कहा, “यह पूरी तरह भड़काने वाली बात है। ऐसे आपराधिक उकसावे के लिए संबंधित महकमे को उचित क़ानूनी क़दम उठाना चाहिए और दिलीप घोष को गिरफ़्तार करना चाहिए।”