कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को कहा है कि लॉकडाउन के कारण देश की ग़रीब जनता को भयंकर चोट पड़ी है। उन्होंने कहा कि एमएसएमई (सूक्ष्म, छोटे और मध्यम उद्योग) बंद हो रहे हैं। लॉकडाउन के कारण देश की अर्थव्यवस्था को हो रहे नुक़सान को लेकर कांग्रेस सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी आवाज़ उठा रही है। इसे #SpeakUpIndia का नाम दिया गया है।
#SpeakUpIndia के तहत राहुल गांधी ने कहा, ‘भारत को आज कर्ज की ज़रूरत नहीं है, पैसे की ज़रूरत है। इसलिए कांग्रेस पार्टी ने केंद्र सरकार के सामने चार मांगें रखी हैं। ये मांगें हैं - हर ग़रीब परिवार के बैंक खाते में 6 महीने के लिए 7500 रुपये प्रतिमाह डाले जाएं, मनरेगा के तहत 100 नहीं बल्कि 200 दिन के लिए काम बढ़ाया जाए, एमएसएमई के लिए तुरंत पैकेज तैयार किया जाए और घर वापस लौट रहे मजदूरों को सुविधा दी जाए।’
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, ‘बीजेपी के नेता राजनीति बंद करें, यह राजनीति करने का समय नहीं है और हम सभी को इकट्ठा होकर अपनी विचारधारा के अंतर को दूर रखकर लोगों की मदद करनी है।’ प्रियंका ने कहा, ‘हमारे द्वारा लगाई गई बसों को यूपी सरकार ने नकार दिया। यूपी रोडवेज की जो 12 हज़ार बसें हैं, उन्हें एलान के बाद भी सड़कों पर नहीं उतारा गया है।’
प्रियंका ने कहा कि महाराष्ट्र में कोरोना महामारी चरम पर है लेकिन बीजेपी के नेता वहां की राज्य सरकार का सहयोग करने के बजाय, उसे गिराने की कोशिश कर रहे हैं। प्रियंका ने कहा, ‘हम सबके ऊपर इस देश की जनता का कर्ज है, आज इस देश की जनता दुखी है, तड़प रही है, आज भारत माता रो रही है लेकिन आप सहयोग नहीं कर रहे हैं।’
प्रियंका ने कहा कि आवाज़ उठाने पर यूपी कांग्रेस अध्यक्ष को गिरफ़्तार कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि हम सभी को लगातार अपनी आवाज़ उठानी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस इसलिए आवाज़ उठा रही है क्योंकि ग़रीबों, कमजोरों का दर्द सरकार तक पहुंच सके।