राहुल गांधी ने ऑटो में बैठकर की हैदराबाद की सैर, क्या है इसके राजनैतिक मायने ?
कांग्रेस नेता और सांसद राहुल गांधी ने ऑटो में बैठकर हैदराबाद शहर की यात्रा की है। कांग्रेस ने मंगलवार को इसका फोटो जारी किया है।
कांग्रेस पार्टी ने एक्स पर राहुल गांधी की ऑटो में बैठे हुए तस्वीरें शेयर करते हुए लिखा है कि उन्होंने ऑटो ड्राईवर से कहा कि मुझे ऑटो से हैदराबाद दिखाओ। उनकी इच्छा पूरी करते हुए, एक हंसमुख ऑटो चालक उन्हें शहर की मनोरम यात्रा पर ले गया।
राहुल गांधी की आॉटो में बैठे तस्वीर शेयर करने के साथ ही कांग्रेस ने एक्स पर ऑटो ड्राईवरों, गिग वर्करों और सफाई कर्मियों की समस्याओं को सुनते तस्वीरें भी शेयर की है। इन तस्वीरों में दिख रहा है कि राहुल समाज के नीचले तबके के लोगों से मिलकर बातचीत कर रहे हैं।
इस दौरान राहुल ने उन्हें कांग्रेस पार्टी की योजनाओं की भी जानकारी दी है।
राहुल गांधी ने चुनाव प्रचार के लिए अपने इस नये तरीके को अपनाया है। स्थानीय नेताओं की तरह वह समाज के इन तबकों के बीच पहुंचे हैं। राजनैतिक विश्लेषक मानते हैं कि राहुल पिछले कुछ समय से अपनी छवि एक जननेता की बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
इससे पहले वह दिल्ली में समाज के विभिन्न तबके के कामगारों से मिल चुके हैं। दिल्ली में वह सब्जी विक्रेताओं, कुलियों, बाईक मेकिनक, बढ़ई आदि से मिलकर उनके कामकाज को नजदीक से समझ चुके हैं। हरियाणा की महिला किसानों को वह अपने घर पर आमंत्रण देकर खाना खिला चुके हैं। वह लद्दाख में स्पोर्ट्स बाईक की सवारी भी कर चुके हैं।
राहुल गांधी ने इन कदमों की जहां एक ओर काफी सराहना हो चुकी है वहीं दूसरी ओर उनके आलोचक इसे महज जनसंपर्क का तरीका बताते हैं।
तेलंगाना में चुनाव प्रचार कर रहे राहुल गांधी ने रैलियों और चुनावी सभाओं को संबोधित करने के परंपरागत तरीकों के साथ ही जनता के बीच पहुंचने के इस अपने खास अंदाज से एक बार फिर देश भर में लोगों को चौंकाया है। अब देखना है कि राहुल गांधी का यह तरीका तेलंगाना में पार्टी को कितना फायदा पहुंचा पाता है।
गिग वर्करों की समस्याओं के समाधान का किया वादा
कांग्रेस ने मंगलवार को एक्स पर लिखा है कि शहर की धड़कन ड्राइवर, गिग वर्कर और हैदराबाद के स्वच्छता नायकों से जुड़ती है। राहुल गांधी ने उनसे बातचीत कर उनकी चुनौतियों को समझने पर ध्यान दिया है।इस मुलाकात में एक ऑटो ड्राईवर ने उन्हें बताया कि हम दूसरे शहर से ऑटो लाकर किराये से चलाते हैं, इसमें डीजल और किराया देने के बाद हमारे पास पैसे नहीं बचते। हमारा गुजारा बहुत मुश्किल से हो रहा है। केसीआर सरकार ने हमें मदद देने की बात की थी, लेकिन कुछ नहीं किया।
एक महिला सफाई कर्मी राहुल से कहती है कि हम सुबह 03:30 बजे उठते हैं और काम करने के लिए 6 किमी. दूर जाते हैं। 12 घंटे काम करते हैं, साफ़-सफाई के काम में कई बार तबीयत भी बिगड़ जाती है लेकिन आज तक हमें परमानेंट नहीं किया गया।
वहीं फूड डिलिवरी का काम करने वाले फिरोज खान ने इस दौरान राहुल गांधी ने कहा कि हम सबको खाना खिलाते हैं, लेकिन खुद 4-5 बजे खाना खाता हैं।
इन गिग वर्करों से बात करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि राजस्थान में हमने गिग वर्कर्स की एक कैटेगरी बनाई है। उसमें जब भी कोई आर्डर आता है, उसका कुछ पैसा कंपनी की ओर से आपकी सोशल सिक्योरिटी जैसे इंश्योरेंस, पेंशन में चला जाता है।
उसी तरह तेलंगाना में कांग्रेस सरकार बनने के बाद आपकी बातचीत यहां के मुख्यमंत्री और कैबिनेट के साथ कराएंगे और आपकी समस्या का हल निकालेंगे।
कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी अपनी चुनावी रैलियों में बार-बार आम आदमी की बात करते हैं। कांग्रेस विभिन्न गारंटियों या योजनाओं के जरिये आम लोगों को लुभाने की कोशिश कर रही हैं। अब इसी कड़ी में राहुल आम लोगों के बीच पहुंचे हैं ताकि पार्टी की यह इमेज बन सके कि वह आम आदमी की पार्टी है।
अरे भैया ! पहले आप 2 प्रतिशत वोट तो लाओ…
राहुल गांधी ने मंगलवार को तेलंगाना में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि अमित शाह कह रहे थे कि हम तेलंगाना को ओबीसी मुख्यमंत्री देंगे। अरे भैया! पहले आप 2 प्रतिशत वोट तो लाओ।उन्होंने कहा कि केसीआर जिस यूनिवर्सिटी और कॉलेज में आप पढ़े, जिन सड़कों पर आप चलते हैं, जिन एयरपोर्ट्स से आप विदेश जाते हैं उसे कांग्रेस ने बनाया है। हैदराबाद सिटी को मशहूर आईटी सिटी बनाकर अंतरराष्ट्रीय पहचान कांग्रेस ने दी है। अब आपका समय खत्म हो गया है बाय-बाय केसीआर।
राहुल गांधी ने कहा कि मेरे दो लक्ष्य हैं। पहला लक्ष्य मोहब्बत के देश से हमें नफरत मिटानी है। इसके लिए पहले यहां केसीआर को हराना है। दूसरा लक्ष्य फिर नरेंद्र मोदी को दिल्ली में हराना है।
मैं नरेंद्र मोदी जी के दिल में जो नफरत है, उससे लड़ता हूं। यह विचारधारा की लड़ाई हैं, जिससे मेरा परिवार वर्षों से लड़ रहा है। मेरे ऊपर 24 केस हैं, लेकिन ओवैसी जी पर एक भी केस नहीं है।
मेरे पीछे हर वक्त ईडी, सीबीआई आईटी लगी रहती है, लेकिन ओवैसी जी के पीछे कौन सी ऐजेंसी है?ओवैसी जी, पीएम मोदी की मदद करते हैं, इसलिए वह उनको कुछ नहीं करते।
यह देश नफरत का नहीं बल्कि मोहब्बत का देश है। इसलिए यात्रा में हमने नारा दिया कि 'नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोलनी है। भारत जोड़ो यात्रा' ने हिंदुस्तान की राजनीति को हमेशा के लिए बदल दिया है।
राहुल गांधी ने कहा कि तेलंगाना में केसीआर ने दोराला सरकार चला रखी है, जबकि हम प्रजाला सरकार चाहते हैं। शराब, जमीन और रेत में सबसे ज्यादा पैसा बनता है और ये तीनों मंत्रालय केसीआर ने अपने रिश्तेदारों को दे रखे हैं।