राहुल ने मोदी-पवार पर किया तंज, पूछा, कब होगी राष्ट्रीय सुरक्षा की बात?

08:21 pm Jun 28, 2020 | सत्य ब्यूरो - सत्य हिन्दी

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अपने सहयोगी दल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता शरद पवार पर समान रूप से तंज किया है। उन्होंने बस एक लाइन ट्वीट कर पूछा, 'कब होगी राष्ट्र रक्षा और सुरक्षा की बात'

राहुल का तंज

नरेंद्र मोदी ने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के तहत रविवार को फिर एक बार अपनी बात रखी। राहुल गांधी ने इसी पर तंज करते हुए पूछा कि ‘राष्ट्रीय सुरक्षा की बात कब होगी’

इस कांग्रेस सांसद के ट्वीट का अर्थ यह है कि वह चीन के साथ तनाव के मुद्दे पर लगातार सरकार पर हमले कर रहे हैं और सीधे प्रधानमंत्री को कटघरे में खड़ा कर रहे हैं।

निशाने पर पवार

एनडीटीवी ने राहुल गांधी के किसी निकट के आदमी के हवाले से दावा किया है कि उनका रविवार का ट्वीट दरअसल शरद पवार पर भी हमला है, जिनकी पार्टी के साथ महाराष्ट्र सरकार में कांग्रेस शामिल है। 

क्या कहा पवार ने

शरद पवार ने रविवार को कहा कि 'यह नहीं भूलना चाहिए कि चीन ने 1962 में भारत के 45 हज़ार किलोमीटर के इलाक़े पर कब्जा कर लिया था और आज तक वह क्षेत्र चीनी कब्जे में ही है।' एनसीपी के नेता ने कहा,

'यह नहीं भूलना चाहिए कि चीन ने 1962 में भारत के 45 हज़ार किलोमीटर के इलाक़े पर कब्जा कर लिया था और आज तक वह क्षेत्र चीनी कब्जे में ही है।'


शरद पवार, नेता, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी

एनसीपी के नेता ने कहा, 'वह ज़मीन अभी भी चीनी कब्जे में है। मुझे नहीं पता कि उन्होंने (चीनियों ने) कुछ इलाक़ों पर फिर कब्जा कर लिया है। लेकिन जब मैं आरोप लगाता हूँ तो मुझे यह भी देखना चाहिए कि जब हम सरकार में थे तब क्या हुआ था।'

उन्होंने इसके आगे कहा, 'यदि इतनी बड़ी ज़मीन पर कब्जा कर लिया गया है तो इसकी अनदेखी नहीं की जा सकती है। यह राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला है और इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए।'

निशाने पर कांग्रेस

बात साफ़ है, शरद पवार ने कांग्रेस पर हमला किया है। राहुल गांधी चीन के मुद्दे पर जिस तरह लगातार हमले कर रहे हैं, वैसे में शरद पवार का सवाल उठाना कि जब हम सरकार में थे, तब क्या हुआ था, एक तरह से कांग्रेस और राहुल गांधी पर हमला करना है। 

पवार ने 1962 की बात उठा कर और यह पूछ कर जब आप सत्ता में थे तो क्या हुआ था, प्रधानमंत्री का समर्थन ही किया है। उन्होंने इसके साथ ही राहुल गांधी को कटघरे में खड़ा कर दिया।

महत्वपूर्ण बात यह है कि शरद पवार की पार्टी कांग्रेस के साथ एक राज्य सरकार में है और वह कांग्रेस और उसके सबसे बड़े नेता पर हमले कर रहे हैं। वह ऐसा कर उस नरेंद्र मोदी सरकार और पार्टी बीजेपी की मदद कर रहे हैं, जिनके ख़िलाफ़ वह हैं।