कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को हरियाणा में सोनीपत के मदीना गांव में धान की रोपाई में किसानों की मदद की। वह हिमाचल प्रदेश जा रहे थे। लेकिन खेतों में धान की रोपाई होते देख, उन्होंने मेन हाइवे पर अपना वाहन रुकवाया, अपनी पतलून को मोड़ा और खेत में उतर पड़े। मजबूरी में उनके सुरक्षाकर्मी भी खेत में उतरे। धान बोना दिल्ली एनसीआर के आसपास के इलाकों में एक चर्चित मुहावरा है।
कांग्रेस नेता ने एक खेत में ट्रैक्टर से जुताई भी की। किसानों के साथ मिलकर धान की रोपाई का तरीका पूछा और चंद मिनट बाद वो एक किसान की तरह ही वहां धान रोपते नजर आए। खेतों में रोपाई कर रही महिलाओं ने भी राहुल को सिखाने में मदद की। राहुल गांधी को खेत में किसानों और मजदूरों से बातचीत करते भी देखा गया। बता दें कि हरियाणा और पंजाब में खेती के दौरान बड़े पैमाने पर मजदूरों की मदद भी ली जाती है। ज्यादातर बिहार और पूर्वी यूपी के लोग हरियाणा-पंजाब के खेतों में काम करते हैं।
लोकसभा चुनाव 2024 से पहले कांग्रेस के लिए समर्थन जुटाने के लिए राहुल गांधी समाज के विभिन्न क्षेत्रों के लोगों से मिल रहे हैं। उन्होंने हाल ही में दिल्ली के करोल बाग इलाके में एक बाइक मैकेनिक वर्कशॉप का दौरा किया। राहुल को वर्कशॉप में मैकेनिकों के साथ बातचीत करते और टूटी हुई मोटरसाइकिलों की मरम्मत करने का प्रयास करते भी देखा गया।
लेकिन विपक्ष उन पर हमलों से चूक नहीं रहा है। हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल ने धान के खेतों में राहुल गांधी के प्रवास के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद उन पर निशाना साधते हुए कहा कि वह सुखद मौसम देखकर पिकनिक मनाने के लिए हरियाणा आए हैं। जेपी दलाल ने कहा कि “अगर राहुल गांधी 45 डिग्री तापमान में खेतों में उतरते तो उन्हें किसानों का दर्द समझ आता। राहुल गांधी एक शाही परिवार में पैदा हुए हैं। ”
राहुल गांधी इससे पहले ट्रक ड्राइवरों के साथ यात्रा करते हुए अंबाला पहुंच गए थे। इसी तरह उन्होंने अमेरिका में एक राज्य से दूसरे राज्य में जाने के लिए एक ट्रक ड्राइव की यात्रा की। दरअसल, भारत जोड़ो यात्रा के बाद राहुल गांधी इस तरह की गतिविधियां ज्यादा कर रहे हैं। इससे उन्हें आम आदमी से जुड़ने और उससे सीधे फीडबैक पाने का मौका भी मिलता है। वो विपक्ष के जुमलों का कोई जवाब नहीं दे रहे हैं।
मई में राहुल गांधी को दिल्ली के बंगाली बाजार और चांदनी चौक इलाके में स्थानीय लोगों के साथ बातचीत करते और विभिन्न व्यंजनों का आनंद लेते देखा गया। गांधी ने दिल्ली यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट्स के हॉस्टल का भी दौरा किया और छात्रों से बातचीत की।