कांग्रेस ने केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी की बर्खास्तगी की मांग को लेकर केंद्र सरकार के ख़िलाफ़ मोर्चा खोल दिया है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को इस मामले में लोकसभा में स्थगन नोटिस दिया था तो गुरूवार को उन्होंने टेनी को अपराधी बताया। राहुल ने कहा कि इस घटना में मंत्री अजय मिश्रा टेनी शामिल हैं, उन्हें सजा मिलनी चाहिए और इन्हें सरकार से निकाल दिया जाना चाहिए।
कांग्रेस और विपक्षी सांसदों ने टेनी की बर्खास्तगी की मांग को जोर-शोर से उठाया और इसके बाद दोनों ही सदनों को स्थगित करना पड़ा।
केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी लखीमपुर खीरी मामले में मुख्य अभियुक्त आशीष मिश्रा के पिता हैं। पत्रकारों से बदसलूकी करने के बाद बुधवार शाम को ही टेनी को दिल्ली तलब किया गया है और उनके ख़िलाफ़ विपक्षी दल सड़क पर उतरने लगे हैं।
सवाल यह है कि क्या केंद्र सरकार अजय मिश्रा टेनी के ख़िलाफ़ कार्रवाई करेगी। बीजेपी को इस बात का डर है कि विधानसभा चुनाव से ठीक पहले टेनी का इस्तीफ़ा लेने से ब्राह्मण मतदाता नाराज़ हो सकते हैं। लेकिन लोकसभा में जिस तरह राहुल गांधी और कुछ और विपक्षी सांसदों ने इस मांग को उठाया है, उससे सरकार भी दबाव में आ गई है।
एसआईटी की रिपोर्ट
इस मामले में जांच के लिए बनी एसआईटी की रिपोर्ट आने के बाद विपक्ष सरकार पर हमलावर हो गया है। एसआईटी ने कहा है कि यह घटना किसानों की हत्या करने की सोची-समझी साजिश थी। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट की फटकार, किसानों और विपक्ष के दबाव के बाद मामले के मुख्य अभियुक्त टेनी के बेटे आशीष मिश्रा को पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया था। लेकिन टेनी की बर्खास्तगी की मांग को लेकर विपक्ष अड़ा हुआ है।