राज्याभिषेक पूरा - 'अहंकारी राजा' सड़कों पर कुचल रहा... : राहुल गांधी
दिल्ली में आज लोकतंत्र का शोर गूंजता रहा। संसद से लेकर सड़क तक। नये संसद में प्रधानमंत्री लोकतंत्र पर भाषण दे रहे थे तो सड़कों पर महिला पहलवान अपनी आवाज़ उठाने के लिए संघर्ष कर रही थीं। उनके साथ बर्ताव को लेकर लोकतंत्र पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी लोग तीखी टिप्पणियाँ कर रहे हैं। विपक्षी दलों के नेताओं ने गोल्ड मेडल लाने वाली बेटियों के हिरासत में लिए जाने को शर्मनाक क़रार दिया।
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा, 'आज जब प्रधानमंत्री नए संसद भवन का उद्घाटन कर रहे थे और लोकतंत्र को लेकर प्रवचन दे रहे थे, तब संसद से कुछ ही दूरी पर मेडल जीतकर देश का मान बढ़ाने वाली बेटियों को इस तरह हिरासत में लिया जा रहा था। यह शर्मनाक है और मोदी सरकार के असली चेहरे को दिखाता है।' राहुल गांधी ने इससे जुड़ा एक वीडियो साझा करते हुए ट्वीट किया है, "राज्याभिषेक पूरा हुआ - 'अहंकारी राजा' सड़कों पर कुचल रहा जनता की आवाज़!"
राज्याभिषेक पूरा हुआ - 'अहंकारी राजा' सड़कों पर कुचल रहा जनता की आवाज़! pic.twitter.com/9hbEoKZeZs
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 28, 2023
इनकी यह प्रतिक्रिया तब आई है जब दिल्ली पुलिस ने जंतर मंतर पर महिला पहलवानों का टेंट और उनके दूसरे सभी सामानों को हटा दिया है। यह घटनाक्रम तब चला जब पहलवान संसद की ओर मार्च करने की कोशिश में थे। ये महिला पहलवान बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह को लंबे समय से गिरफ़्तार करने की मांग कर रहे हैं। कम से कम 7 पहलवानों ने उन पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, 'सभी पहलवानों और प्रदर्शनकारियों को नई दिल्ली और दक्षिण पूर्व जिलों के विभिन्न पुलिस थानों में ले जाया गया है। हमने प्रदर्शनकारियों से कहा था कि उन्हें संसद की ओर मार्च करने की अनुमति नहीं दी जाएगी, लेकिन उन्होंने नहीं सुनी। झड़पें हुईं। उन्होंने बैरिकेड्स तोड़ दिए और ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों को धक्का दे दिया।'
पुलिस के दावों के उलट सोशल मीडिया पर जो तस्वीरें सामने आई हैं उसमें महिला पहलवानों के साथ पुलिस बल का इस्तेमाल किया गया दिखता है। प्रदर्शन करने वाली महिला पहलवान विनेश फोगाट ने कहा है, 'जंतर मंतर पर सरेआम लोकतंत्र की हत्या हो रही है। एक तरफ़ लोकतंत्र के नये भवन का उद्घाटन किया है प्रधानमंत्री जी ने, दूसरी तरफ़ हमारे लोगों की गिरफ़्तारियाँ चालू हैं।'
जंतर मंतर पर सरेआम लोकतंत्र की हत्या हो रही
— Vinesh Phogat (@Phogat_Vinesh) May 28, 2023
एक तरफ़ लोकतंत्र के नये भवन का उद्घाटन किया है प्रधानमंत्री जी ने
दूसरी तरफ़ हमारे लोगों की गिरफ़्तारियाँ चालू हैं. pic.twitter.com/ry5Wv9xn5A
इससे पहले विनेश फोगट ने आरोप लगाया था कि आज नए संसद भवन भवन में आयोजित महिला सम्मान महापंचायत से पहले ही प्रदर्शनकारी पहलवानों के समर्थकों को हिरासत में लिया गया। अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में उन्होंने कहा कि 'लोकतंत्र की सरेआम हत्या की जा रही है।' उन्होंने यह भी कहा कि राष्ट्र याद रखेगा कि कैसे "नई संसद के उद्घाटन के दौरान अपने अधिकारों की मांग करने वाली महिलाओं को दबाया गया था।"
विपक्षी दलों के नेताओं ने महिला पहलवानों के साथ इस तरह के व्यवहार की जमकर आलोचना की है।
नई संसद के उद्घाटन का हक़ राष्ट्रपति जी से छीना,
— Mallikarjun Kharge (@kharge) May 28, 2023
सड़कों पर महिला खिलाड़ियों को तानाशाही बल से पीटा!
BJP-RSS के सत्ताधीशों के 3 झूठ अब देश के सामने बे-पर्दा हैं
1. लोकतंत्र
2. राष्ट्रवाद
3. बेटी बचाओ
याद रहे मोदी जी,
लोकतंत्र केवल इमारतों से नहीं,
जनता की आवाज़ से चलता है।
खिलाड़ियों की छाती पर लगे मेडल हमारे देश की शान होते हैं। उन मेडलों से, खिलाड़ियों की मेहनत से देश का मान बढ़ता है।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) May 28, 2023
भाजपा सरकार का अहंकार इतना बढ़ गया है कि सरकार हमारी महिला खिलाड़ियों की आवाजों को निर्ममता के साथ बूटों तले रौंद रही है।
ये एकदम गलत है। पूरा देश सरकार के… pic.twitter.com/xjreCELXRN
देश का मान बढ़ाने वाले हमारे खिलाड़ियों के साथ ऐसा बर्ताव बेहद ग़लत एवं निंदनीय। https://t.co/hoKX2ewlli
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) May 28, 2023
Strongly condemn the way Delhi Police manhandled Sakshi Malik, Vinesh Phogat and other wrestlers. It’s shameful our champions are treated in this manner. Democracy lies in tolerance but autocratic forces thrive on intolerance and quelling of dissent. I demand they be immediately…
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) May 28, 2023
Democracy is not grand buildings or pompous speeches but respect of rights & freedoms enshrined in constitution. The Modi government might have inaugurated a new parliament building today. But on the streets, its police showed what it really thinks of democracy. #WrestlersProtest pic.twitter.com/0lD2IqE0kw
— CPI (M) (@cpimspeak) May 28, 2023
महिला पहलवान साक्षी मलिक द्वारा साझा किए गए वीडियो को रिट्वीट करते हुए संगीतकार विशाल डडलानी ने कहा है, 'नए महल की दीवारें और भी मोटी होंगी, ताकी बाहर से आ रही जनता की आवाजें और भी दब जाएँ।'
Naye mahal ki deewaarein aur bhi moti hongi, taaki baahar se aa rahi janata ki awaazein aur bhi dab jaayein. https://t.co/rj5YclQXEe
— VISHAL DADLANI (@VishalDadlani) May 28, 2023
कांग्रेस पार्टी ने उस वीडियो को ट्वीट किया है जिसमें प्रधानमंत्री मोदी विनेश फोगाट, साक्षी मलिक, बजरंग पुनिया के साथ वीडियो में बात करते हुए और तसवीरों में दिखते हैं। उस वीडियो में आज पुलिस की कार्रवाई और उन पहलवानों के हिरासत में लिए जाने की क्लिप को भी जोड़ा गया है। कांग्रेस ने इस वीडियो के साथ ट्वीट में लिखा है, 'हमारे देश की बेटियाँ'।
हमारे देश की बेटियां pic.twitter.com/T5e8n7WpoG
— Congress (@INCIndia) May 28, 2023
पंकज पचौरी ने लिखा है, 'आज नई दिल्ली से रोंगटे खड़े कर देने वाली तस्वीरें। लोकतंत्र विरोध करने, सुनने का अधिकार देता है।'
Haunting pictures from New Delhi today.
— Pankaj Pachauri (@PankajPachauri) May 28, 2023
Democracy allows right to protest, to be heard. #ParliamentBuildingInauguration #WrestlersProtests pic.twitter.com/RjQ2gwwwIi
बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने आज नए संसद भवन के उद्घाटन के साथ ही लोकसभा अध्यक्ष की कुर्सी के पास 'सेंगोल' को स्थापित किया है। प्रधानमंत्री ने नए भवन का उद्घाटन करने वाली एक पट्टिका का भी अनावरण किया और इसे बनाने में मदद करने वाले श्रमिकों को सम्मानित किया। केंद्रीय मंत्री अमित शाह, राजनाथ सिंह, एस जयशंकर और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा मौजूद थे।
इस दौरान पीएम मोदी ने लोकतंत्र पर लंबा चौड़ा भाषण दिया। उन्होंने कहा, 'भारत एक लोकतांत्रिक राष्ट्र ही नहीं, बल्कि लोकतंत्र की जननी भी है। भारत आज वैश्विक लोकतंत्र का भी बहुत बड़ा आधार है। लोकतंत्र हमारे लिए सिर्फ एक व्यवस्था नहीं, एक संस्कार है, एक विचार है, एक परंपरा है।' उन्होंने कहा, 'हमारा लोकतंत्र ही हमारी प्रेरणा है, हमारा संविधान ही हमारा संकल्प है। इस प्रेरणा, इस संकल्प की सबसे श्रेष्ठ प्रतिनिधि हमारी ये संसद ही है।'