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नाश्ते पर विपक्षी दलों के नेताओं से मिले राहुल, साइकिल से पहुंचे संसद

नाश्ते पर विपक्षी दलों के नेताओं से मिले राहुल, साइकिल से पहुंचे संसद

कुछ दिन पहले राहुल गांधी ट्रैक्टर चलाकर संसद पहुंचे थे। तब कांग्रेस ने यह संदेश देने की कोशिश थी कि वह किसानों की आवाज़ को पुरजोर तरीक़े से उठाती रहेगी। 

संसद के मानसून सत्र में चल रहे जोरदार हंगामे के बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी विपक्षी दलों के नेताओं से नाश्ते की टेबल पर मिले। इस दौरान 18 विपक्षी दलों के नेता नाश्ते पर पहुंचे। इसके बाद राहुल गांधी और विपक्षी दलों के नेता साइकिल से संसद पहुंचे। कुछ दिन पहले राहुल गांधी ट्रैक्टर चलाकर संसद पहुंचे थे। तब कांग्रेस ने यह संदेश देने की कोशिश थी कि वह किसानों की आवाज़ को पुरजोर तरीक़े से उठाती रहेगी। आम आदमी पार्टी और बीएसपी के सांसद राहुल के नाश्ते में नहीं आए। 

बता दें कि संसद के मानसून सत्र में मोदी सरकार विपक्ष के हमलों से बुरी तरह घिर गई है। पेगासस जासूसी मामला, किसान आंदोलन सहित कई और मुद्दों पर विपक्ष एकजुट है और इन मुद्दों पर चर्चा कराने की मांग कर रहा है। 

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राहुल ने साइकिल चलाकर पेट्रोल-डीजल और एलपीजी सिलेंडर की बढ़ी क़ीमतों का विरोध किया है। बता दें कि पेट्रोल-डीजल और एलपीजी सिलेंडर की बढ़ी क़ीमतों ने आम आदमी की कमर तोड़कर रख दी है। 

विपक्षी दलों में विशेषकर कांग्रेस पेगासस जासूसी के मामले को लेकर कांग्रेस सड़क से संसद तक मोदी सरकार पर हमलावर है। पेगासस जासूसी मामले में 22 जुलाई को देश के कई राज्यों में कांग्रेस इकाइयों ने राजभवन की ओर कूच किया था। इस दौरान पुलिस से उनकी झड़प हुई थी और कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया गया था। 

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युवक कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने भी दिल्ली में राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी के नेतृत्व में जोरदार प्रदर्शन किया था। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने हाथ में पोस्टर भी लिए हुए थे, जिनमें लिखा था चौकीदार ही जासूस है। श्रीनिवास बीवी ने कहा था कि ये जासूसी कांड सरकार के कफ़न में आखिरी कील साबित होगा। 

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कांग्रेस कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ भी खासी मुखर है। कांग्रेस इस मामले में संसद परिसर में प्रदर्शन कर चुकी है। इस दौरान कांग्रेस सांसदों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को किसान और मज़दूर विरोधी बताया था और कृषि क़ानूनों को तुरंत वापस लेने की मांग की थी। 

जारी है ‘किसान संसद’

केंद्र सरकार के कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ आंदोलन कर रहे किसानों की संसद जारी है। इस संसद का आयोजन संसद से कुछ ही दूरी पर स्थित जंतर-मंतर पर किया जा रहा है। किसानों की यह संसद 13 अगस्त तक चलेगी। बारिश के बीच भी किसान आंदोलन और संसद में डटे हुए हैं। 

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