कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज 19 दिसंबर को हिन्दी बनाम अंग्रेजी का मुद्दा छेड़ दिया। बीजेपी उनके इस बयान को भी तूल दे सकती है। भारत जोड़ो यात्रा के दौरान अलवर में आज 19 दिसंबर को राहुल ने स्कूलों में शिक्षा माध्यम के रूप में भारतीय / क्षेत्रीय भाषाओं को बढ़ावा देने के लिए बीजेपी पर हमला करते हुए कहा, "हिन्दी नहीं चलेगी, अंग्रेजी चलेगी।"
पीटीआई के मुताबिक वायनाड (केरल) से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने सोमवार को कहा, बीजेपी नेता नहीं चाहते कि स्कूलों में अंग्रेजी पढ़ाई जाए। लेकिन उनके सभी नेताओं के बच्चे अंग्रेजी मीडियम के स्कूलों में जाते हैं। दरअसल, वे नहीं चाहते कि गरीब किसानों और मजदूरों के बच्चे अंग्रेजी सीखें, बड़े सपने देखें और खेतों से बाहर निकलें।
यहां यह बात महत्वपूर्ण है कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा जब दक्षिण भारत खासकर जब केरल से गुजरी तो वहां उन्होंने यह मुद्दा नहीं छेड़ा। अब यात्रा उत्तर भारत में पहुंच चुकी है, तब उन्होंने हिन्दी बनाम अंग्रेजी की बात छेड़ी। उत्तर भारत में ज्यादातर हिन्दी बोली जाती है। दक्षिण भारत में अंग्रेजी मीडियम से पढ़ाई होती है। राहुल खुद वायनाड से कांग्रेस सांसद हैं और वायनाड केरल में है।
राहुल गांधी ने राजस्थान की कांग्रेस द्वारा अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोले जाने पर प्रकाश डालते हुए कहा, मुझे खुशी है कि राजस्थान में 1700 अंग्रेजी माध्यम के स्कूल खोले गए हैं। उन्होंने कहा-
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अगर आप बाकी दुनिया के लोगों से बात करना चाहते हैं, तो हिन्दी नहीं चलेगी, अंग्रेजी चलेगी। हम चाहते हैं कि गरीब किसानों और मजदूरों के बच्चे जाकर अमरीकियों से मुकाबला करें और अपनी भाषा से उनका दिल जीत लें।
- राहुल गांधी, कांग्रेस नेता, अलवर रैली 19 दिसंबर 2022
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक पूरे देश में स्कूल पाठ्यक्रम में मातृभाषा और भारतीय भाषाओं के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए विपक्षी दलों द्वारा बीजेपी की आलोचना की गई है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) देश में शिक्षा के विकास का मार्गदर्शन करने के लिए एक व्यापक रूपरेखा है जिसे केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 2020 में पेश किया था। उसमें कहा गया है कि पांचवी क्लास तक के छात्रों को उनकी मातृभाषा या क्षेत्रीय भाषा में पढ़ाया जाना चाहिए। कई सरकारी स्कूलों ने हालांकि देशभर में शिक्षा माध्यम के रूप में अपनी मातृभाषा या क्षेत्रीय भाषाओं का उपयोग किया है, लेकिन निजी स्कूलों ने अभी तक इस नीति का पालन नहीं किया है। वहां अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई जारी है।
इस बीच, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सचिन पायलट ने भारत जोड़ो यात्रा के समर्थन में दावा किया कि भारत जोड़ो यात्रा नकारात्मक राजनीति में लिप्त नहीं है, बल्कि बेरोजगारी, मूल्य वृद्धि और समाज में विभाजन जैसे लोगों के प्रमुख मुद्दों को उठा रही है।
अलवर रैली को संबोधित करते हुए राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि यात्रा ने पूरे देश का ध्यान आकर्षित किया है। राजस्थान में यात्रा ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं।
अलवर में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान रैली को संबोधित करते राहुल गांधी
यह यात्रा अब हरियाणा की तरफ बढ़ रही है, जहां ये 21 दिसंबर को पहुंचेगी। यात्रा 7 सितंबर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू हुई थी और जम्मू-कश्मीर में खत्म होगी। 3,570 किमी की यात्रा ने पिछले शुक्रवार को अपने 100वें में प्रवेश किया था।