कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी ने कहा है कि लोकसभा चुनाव के चार चरणों का मतदान ख़त्म होने के बाद यह साफ़ नज़र आ रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यह चुनाव हार रहे हैं और यह उनके चेहरे से पता चल रहा है। राहुल ने एक बार फिर कहा कि रफ़ाल मामले में नरेंद्र मोदी ने 30 हज़ार करोड़ की चोरी की है। राहुल ने शनिवार को कांग्रेस मुख्यालय में हुई प्रेस कॉन्फ़्रेंस में रफ़ाल, रोजगार से लेकर कई मुद्दों पर मोदी सरकार को घेरा। राहुल ने कहा कि देश के सामने सबसे बड़ा मुद्दा बेरोज़गारी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने देश की अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर दिया है। देश मोदी जी से पूछ रहा है कि आपने दो करोड़ रोजगार देने का वादा किया था, उसका क्या हुआ
राहुल ने कहा कि मोदी जी रोज़गार या किसानों के बारे में एक शब्द भी नहीं बोलते हैं। उन्होंने कहा कि छोटे दुकानदार और व्यापारियों को नोटबंदी और जीएसटी ने बर्बाद कर दिया है।
सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर भी राहुल गाँधी ने मोदी की आलोचना की। राहुल ने कहा कि देश की सेना मोदी की निजी संपत्ति नहीं है और प्रधानमंत्री मोदी देश की सेना का अपमान न करें। राहुल गाँधी ने बताया कि मिडिल क्लास का कोई भी युवा अगर बिज़नेस करना चाहता है तो उसे तीन साल तक किसी से अनुमति लेने की ज़रूरत नहीं है। हमारा वादा 22 लाख सरकारी नौकरियाँ एक साल में देने का है। राहुल ने कहा कि हम दो करोड़ रोज़गार की बात नहीं करेंगे लेकिन 22 लाख रोज़गार ज़रूर देंगे।
बीजेपी से नहीं माँगी माफ़ी
राहुल गाँधी ने प्रेस कॉन्फ़्रेंस में बताया कि ‘चौकीदार चोर है’ वाले बयान पर उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से माफ़ी क्यों माँगी। राहुल ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में रफ़ाल मामले में सुनवाई चल रही है और मैंने उस प्रक्रिया के बारे में टिप्पणी कर दी थी। राहुल ने कहा कि मुझसे ग़लती हुई और मैंने इसके लिए माफ़ी माँग ली थी। राहुल ने पूरा जोर देकर कहा कि चौकीदार चोर है, यह सच्चाई है। इसलिए न तो मैंने नरेंद्र मोदी से और न ही बीजेपी से माफ़ी माँगी है। हम चौकीदार चोर है का नारा लगाते रहेंगे। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि हिंदुस्तान की जनता ने मोदी सरकार को उखाड़ने का मन बना लिया है। चुनाव आयोग को लेकर सवाल पूछने पर उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग को अपनी ज़िम्मेदारी को बेहतर ढंग से निभाना चाहिए।
छह बार सर्जिकल स्ट्राइक का दावा
राहुल गाँधी ने दावा किया कि मनमोहन सरकार में छह बार सर्जिकल स्ट्राइक हुई। कांग्रेस ने मनमोहन सरकार में हुई सर्जिकल स्ट्राइक की जानकारी ट्विटर पर भी दी है। ट्वीट के मुताबिक़, पहली सर्जिकल स्ट्राइक 19 जून 2008 को असम राइफ़ल्स, गोरखा रेजीमेंट ने भट्टल सेक्टर, पुंछ में हुई। दूसरी स्ट्राइक 30 अगस्त से एक सितंबर 2011 तक शारदा सेक्टर में राजपूत और कुमाऊँ रेजीमेंट ने की। तीसरी स्ट्राइक 6 जून 2013 को सावन पात्रा चेकपोस्ट पर हुई। चौथी स्ट्राइक 27-28 जुलाई 2013 को नाज़पीर सेक्टर में हुई। पाँचवी सर्जिकल स्ट्राइक 6 अगस्त 2013 को नीलम वैली में हुई। वहीं छठीं सर्जिकल स्ट्राइक 14 जनवरी 2014 को हुई।जैश-ए-मुहम्मद के सरगना मसूद अज़हर को वैश्विक आतंकवादी घोषित किए जाने को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में राहुल ने पूछा कि मसूद अज़हर को किसने पाकिस्तान भेजा था। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार ने आतंकवादियों के सामने झुककर मसूद अज़हर को पाकिस्तान भेज दिया लेकिन कांग्रेस ऐसा कभी नहीं करती। आतंकवाद एक बड़ा मुद्दा है और इससे बेहद कड़ाई से निपटने की ज़रूरत है। उन्होंने कहा कि चौकीदार में हिम्मत नहीं है कि वह उनसे बहस कर सकें। प्रधानमंत्री दबाव पड़ने पर भाग जाते हैं।