+
उत्तराखंड: पुष्कर धामी व आठ मंत्रियों ने ली शपथ, मोदी-शाह रहे मौजूद 

उत्तराखंड: पुष्कर धामी व आठ मंत्रियों ने ली शपथ, मोदी-शाह रहे मौजूद 

विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 70 सीटों वाले उत्तराखंड में 47 सीटों पर जीत मिली लेकिन उसके मुख्यमंत्री के चेहरे पुष्कर सिंह धामी चुनाव हार गए थे।

उत्तराखंड में बुधवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी व कैबिनेट के 8 मंत्रियों ने शपथ ली है। शपथ ग्रहण कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, उत्तर प्रदेश के कार्यवाहक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित कई राज्यों के मुख्यमंत्री और बीजेपी के तमाम आला नेता मौजूद रहे।

शपथ ग्रहण समारोह कार्यक्रम देहरादून के परेड ग्राउंड में हुआ। कैबिनेट में तीन पद खाली रखे गए हैं। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) गुरमीत सिंह ने मुख्यमंत्री और मंत्रियों को शपथ दिलाई।

सबसे पहले मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने शपथ ली। उसके बाद सतपाल महाराज, प्रेमचंद्र अग्रवाल, गणेश जोशी, धन सिंह रावत, सुबोध उनियाल, रेखा आर्या, सौरभ बहुगुणा, चंदन राम दास ने मंत्री पद की शपथ ली। पूर्व मुख्यमंत्री भुवन चंद्र खंडूड़ी की बेटी ऋतु भूषण खंडूड़ी को स्पीकर बनाया गया है। 

धामी पर फिर जताया भरोसा

विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 70 सीटों वाले उत्तराखंड में 47 सीटों पर जीत मिली लेकिन उसके मुख्यमंत्री के चेहरे पुष्कर सिंह धामी चुनाव हार गए। इस वजह से पार्टी यह तय नहीं कर पा रही थी कि किस नेता को इस पद पर बैठाया जाए। आखिरकार पार्टी ने धामी को ही इस पद पर बैठाया। 

खटीमा से हारे धामी 

पुष्कर सिंह धामी को 2017 के विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले मुख्यमंत्री बनाया गया था। धामी को खटीमा सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवार भुवन कापड़ी से हार मिली थी। अब पुष्कर सिंह धामी को अगले 6 महीने के भीतर विधानसभा का चुनाव जीतना होगा। 

कौन हैं पुष्कर सिंह धामी?

पुष्कर सिंह धामी उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र से आते हैं। उनका जन्म सीमांत जिले पिथौरागढ़ में हुआ था लेकिन उनकी कर्मभूमि उधमसिंह नगर की खटीमा सीट है। 46 साल के युवा धामी लगातार दो बार विधायक का चुनाव जीत चुके हैं। धामी को पूर्व मुख्यमंत्री और महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी का क़रीबी माना जाता है। 

धामी ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से राजनीति शुरू की थी और उसके बाद वह दो बार उत्तराखंड में भारतीय जनता युवा मोर्चा के अध्यक्ष रहे थे। मुख्यमंत्री बनने के बाद धामी ने जनहित में कई फ़ैसले लिए थे। 

सत्य हिंदी ऐप डाउनलोड करें