पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनाने के लिए पूरा जोर लगा रहे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल एक बार फिर राज्य के दौरे पर जा रहे हैं। केजरीवाल 30 दिसंबर से 1 जनवरी तक पंजाब में रहेंगे। इस दौरान वे 30 दिसंबर को चंडीगढ़ नगर निगम के चुनाव में मिली जीत का जुलूस निकालेंगे।
बता दें कि चंडीगढ़ नगर निगम के चुनाव में पहली बार उतरी आम आदमी पार्टी ने सबसे ज्यादा सीटें हासिल की हैं और बीजेपी, कांग्रेस व अकाली दल को पीछे छोड़ दिया है।
31 दिसंबर को अरविंद केजरीवाल पटियाला में होंगे। वहां वह काली देवी मंदिर में जाएंगे और पूजा करेंगे। पंजाब में हाल के वक्त में हुई बेअदबी की घटनाओं के बाद तनावपूर्ण हुए माहौल को लेकर भी केजरीवाल शांति मार्च निकालेंगे। शांति मार्च में पंजाब में आम आदमी पार्टी के प्रधान भगवंत मान सहित कई नेता शामिल होंगे।
केजरीवाल गुरुद्वारा श्री दुखनिवारण साहिब में जाएंगे और वहां मत्था टेकेंगे। अपने दौरे के अंतिम दिन केजरीवाल अमृतसर के राम तीर्थ मंदिर में जाएंगे।
केजरीवाल ने बीते कुछ महीनों में एक के बाद एक पंजाब के ताबड़तोड़ दौरे किए हैं। 2017 में पंजाब के पहले विधानसभा चुनाव में ही आम आदमी पार्टी को जोरदार कामयाबी मिली थी और वह 20 सीटें जीतकर मुख्य विपक्षी दल बनी थी।
हालांकि उसके कुछ विधायकों ने उसका साथ छोड़ दिया है लेकिन कुछ चुनावी सर्वेक्षण इस बात को दिखा रहे हैं कि इस बार आम आदमी पार्टी पंजाब में सबसे बड़ा दल बन सकती है।
मान समर्थक परेशान
इसी से उत्साहित होकर केजरीवाल पंजाब में पूरी ताकत झोंक रहे हैं। केजरीवाल गोवा और उत्तराखंड के चुनाव पर भी फोकस कर रहे हैं। हालांकि वह न जाने क्यों मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के नाम का एलान करने में हिचक रहे हैं। इससे भगवंत मान और उनके समर्थकों के सब्र का बांध टूट रहा है।
किसान भी लड़ेंगे चुनाव
दूसरी ओर किसानों ने भी एलान कर दिया है कि वे पंजाब की सभी सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेंगे। पंजाब की सियासत में किसान बेहद ताकतवर हैं और माना जा रहा है कि वे सभी राजनीतिक दलों को थोड़ा-बहुत नुकसान पहुंचाएंगे।
बहरहाल, देखना होगा कि केजरीवाल पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बना पाते हैं या नहीं। चंडीगढ़ नगर निगम के चुनाव में मिली जीत के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं के हौसले जरूर बुलंद हैं।