पंजाब पुलिस ने सिद्धू मूसेवाला मर्डर केस में गैंगस्टर जगदीप भगवानपुरिया को गिरफ्तार कर लिया। दरअसल, जगदीप को बुधवार को पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया गया था। पंजाब पुलिस ने कोर्ट की परमिशन लेकर गैंगस्टर का ट्रांजिट रिमांड मांगा और गिरफ्तार कर लिया। पंजाब पुलिस ने पटियाला हाउस कोर्ट को बताया कि इस मर्डर केस में जिन चार शूटरों को पकड़ा गया है, उसमें से दो शूटर गैंगस्टर जगदीप भगवानपुरिया से जुड़े हुए हैं।
दिल्ली पुलिस के मुताबिक जगदीप भगवानपुरिया दरअसल लॉरेंस बिश्नोई गिरोह का सदस्य है। वह काला जथेड़ी ग्रुप से भी जुड़ा रहा है। अब जिस तरह मूसेवाला की हत्या के आरोपी पकड़े जा रहे हैं, उससे इस हत्याकांड की परतें भी खुलती जा रही है। अभी तक इस सिलसिले में जो गिरफ्तारियां हुई हैं, उससे लगता है कि इस हत्या को अंजाम देने के लिए काफी बड़ी तैयारी गैंगस्टरों ने की थी और कोई बड़ा सरगना इन्हें निर्देशित कर रहा था। लॉरेस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ इस हत्या की जिम्मेदारी ले चुके हैं।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने दो शार्प शूटर को हाल ही में गिरफ्तार किया था आरोप है कि दोनों ने सिद्धू मूसेवाला पर गोली चलाई थी। दोनों शार्प शूटर को 19 जून की सुबह गुजरात के मुंद्रा पोर्ट के खारी मीठी रोड इलाके से गिरफ्तार किया गया था।
गिरफ्तार किए गए शार्प शूटर्स के नाम प्रियव्रत फौजी और कशिश हैं। यही दोनों शूटर गैंगस्टर जगदीप भगवानपुरिया के लिए काम करते थे। दिल्ली पुलिस के मुताबिक मूसेवाला की हत्या के दिन 4 लोग बोलेरो गाड़ी में थे जबकि दो लोग कोरोला में थे।
पुलिस के मुताबिक सिद्धू मूसेवाला की हत्या को अंजाम देने में दो मॉड्यूल सक्रिय थे और यह कनाडा में बैठे गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के संपर्क में थे। कशिश बोलेरो गाड़ी चला रहा था और इस गाड़ी में प्रियव्रत फौजी, दीपक मुंडी और अंकित सिरसा थे। जबकि जगरूप रूपा कोरोला गाड़ी चला रहा था और मनप्रीत मन्नू उसके साथ था। संदीप केकड़ा नाम के शख्स ने हत्यारों को बताया कि सिद्धू मूसेवाला बिना सुरक्षा के घर से निकला है। हत्यारे कई दिन से सिद्धू मूसेवाला की रेकी कर रहे थे।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि कोरोला गाड़ी ने सिद्धू मूसेवाला की थार गाड़ी को ओवरटेक किया और मनप्रीत मन्नू ने गाड़ी से निकलकर मूसेवाला पर गोली चलाई जिससे मूसेवाला की गाड़ी वहीं रुक गई। इसके बाद बोलेरो गाड़ी से भी चारों शूटर उतरे। सभी छह लोगों ने गोलियां चलाई और वारदात को अंजाम देने के बाद मनप्रीत मन्नू और जगरूप कोरोला से अलग चले गए और बोलेरो में बैठे शार्प शूटर अलग चले गए।
कुछ दूर जाने के बाद शार्प शूटर्स ने बोलेरो गाड़ी छोड़ दी और ये लोग केशव के साथ चले गए। कुछ दिन यह लोग हरियाणा के फतेहाबाद में रहे और उसके बाद गुजरात चले गए। दोनों आरोपी गुजरात के मुंद्रा पोर्ट में किराये के मकान में रह रहे थे।
बता दें कि पंजाब सरकार द्वारा मूसेवाला की सुरक्षा कम करने के एक दिन बाद 29 मई को पंजाब के मनसा ज़िले में कुछ अज्ञात हमलावरों ने 28 वर्षीय गायक की गोली मारकर हत्या कर दी थी। उनकी मौत ने कनाडा से लेकर ब्रिटेन तक पंजाबी समुदाय में प्रशंसकों को झकझोर दिया। मूसेवाला न केवल भारत में बल्कि विदेशों में भी एक बड़ा सितारा थे। विशेष रूप से कनाडा और ब्रिटेन में पंजाबी मूल के उनके चाहने वालों की अच्छी-खासी तादाद है।