पटियाला में शुक्रवार को हिंदू और सिख संगठनों के लोग आमने-सामने आ गए और पुलिस को हालात को काबू में करने के लिए गोलियां दागनी पड़ीं। पटियाला के कुछ हिस्सों में तनाव को देखते हुए शहर में आज शाम सात बजे से कल सुबह छह बजे तक कर्फ्यू लगा दिया गया है। राज्य के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है और इस मामले में डीजीपी से बात की है। हालात को देखते हुए पटियाला में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। इस मामले में देर शाम को शिवसेना नेता हरीश सिंगला को गिरफ्तार कर लिया गया है।
पटियाला में शुक्रवार को शिव सेना (बाल ठाकरे) ग्रुप के द्वारा जुलूस निकाला जा रहा था जबकि खालिस्तान समर्थक सिख संगठन ने भी जुलूस निकाला। शिवसेना (बाल ठाकरे) के कार्यकर्ताओं ने खालिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए जबकि दूसरे गुट ने खालिस्तान के समर्थन में नारे लगाए जिसके बाद दोनों गुटों के लोगों ने तलवार निकाल ली और एक-दूसरे पर पथराव कर दिया।
इस दौरान 3 से 4 लोग घायल हो गए। खबरों के मुताबिक, शिवसेना (बाल ठाकरे) और खालिस्तान समर्थक संगठनों को जुलूस निकाले जाने की इजाजत नहीं दी गई थी। इसके बाद भी दोनों ही संगठनों ने जुलूस निकाले जाने का एलान किया था।
पटियाला की डिस्ट्रिक्ट कमिश्नर साक्षी साहनी ने कहा है कि जो भी मुद्दे हैं उन्हें बातचीत के जरिए हल किया जाना चाहिए और जिला प्रशासन सभी से शांति बनाए रखने की अपील करता है।
लेकिन सवाल यह है कि प्रशासन ने इन दोनों संगठनों को जुलूस निकालने क्यों दिया।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा है कि सरकार हालात पर नजर रख रही है और किसी को भी राज्य में अशांति फैलाने की इजाजत नहीं दी जाएगी। उन्होंने कहा कि पंजाब की शांति और भाईचारा सबसे जरूरी है।
राहुल गांधी ने ट्वीट किया, 'पटियाला के दृश्य विचलित करने वाले हैं। मैं दोहराता हूं, पंजाब जैसे संवेदनशील सीमावर्ती राज्य में शांति और सद्भाव सबसे ज़रूरी है। यह प्रयोग करने की जगह नहीं है। पंजाब सरकार से क़ानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए गंभीरता से अपील करता हूँ।'
पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा है, 'पटियाला में दो गुटों के बीच झड़प से पैदा हुए तनावपूर्ण हालात से चिंतित हूँ। पटियाला के लोग शांतिप्रिय हैं और मैं उनसे अपील करता हूं कि वे उत्तेजित न हों। उम्मीद है कि पंजाब पुलिस सख्त कार्रवाई करेगी और यह सुनिश्चित करेगी कि कानून व्यवस्था बनी रहे।'
पटियाला के आईजी राकेश अग्रवाल ने कहा कि पुलिस दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करेगी।
संवेदनशील राज्य है पंजाब
पंजाब लंबे वक्त तक सिख आतंकवाद की चपेट में रहा है और हजारों मासूम लोगों को इस वजह से अपनी जान गंवानी पड़ी है। पंजाब की शांति और भाईचारे के लिए जरूरी है कि राज्य में कानून और व्यवस्था बेहतर हो। क्योंकि राज्य से आए दिन हिंदू और सिख संगठनों के बीच में झड़प होने की खबरें आती रहती हैं और सोशल मीडिया पर भी इनके समर्थक लगातार एक-दूसरे से उलझते रहते हैं।