कांग्रेस नेता बीजेपी से जुड़े तो कैप्टन बोले- 'अभी शुरुआत है'

08:35 am Jun 05, 2022 | सत्य ब्यूरो

पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व कांग्रेसी अमरिंदर सिंह ने राज्य में कांग्रेस के और बुरे वक़्त की चेतावनी दी है। शनिवार को कई कांग्रेसी नेताओं के बीजेपी में शामिल होने पर कैप्टन ने कहा है कि अभी तो मुश्किलें शुरू हुई हैं। यानी उनका इशारा इस तरफ़ था कि कांग्रेस को आगे अभी और भी बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ेगा।

उन्होंने ट्वीट कर कहा है, 'बलबीर एस सिद्धू, गुरप्रीत एस कांगर, डॉ. राज कुमार वेरका, सुंदर शाम अरोड़ा और केवल सिंह ढिल्लों को सही दिशा में कदम उठाने और आज बीजेपी में शामिल होने के लिए मेरी शुभकामनाएँ। अभी तो मुश्किलें शुरू हुई हैं।'

बीजेपी में शामिल होने वालों में डॉ. राज कुमार वेरका, बलबीर सिंह सिद्धू, गुरप्रीत सिंह कांगड़ और सुंदर शाम अरोड़ा राज्य के पूर्व मंत्री रहे हैं। चारों नेता अमरिंदर सिंह के करीबी माने जाते हैं।

बरनाला से कांग्रेस के पूर्व विधायक केवल सिंह ढिल्लों और शिरोमणि अकाली दल के पूर्व विधायक सरूप चंद सिंगला और मोहिंदर कौर जोश भी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में बीजेपी में शामिल हुए।

कुछ हफ़्ते पहले ही पंजाब के पूर्व कांग्रेस प्रमुख सुनील जाखड़ पार्टी छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए थे। यह तब था जब राजस्थान के उदयपुर में कांग्रेस चिंतन शिविर कर रही थी और 2024 के लोकसभा चुनावों की योजना बना रही थी।

एएनआई से जाखड़ ने कहा, 'कांग्रेस को देखना चाहिए कि ऐसे अनुभवी नेता और कार्यकर्ता पार्टी क्यों छोड़ रहे हैं। अगर वे देश के प्रति अपनी निष्ठा का संकल्प नहीं ले सकते हैं और पार्टी की कमियों को दूर नहीं कर सकते हैं, तो वे विपक्ष होने का दर्जा भी खो सकते हैं।'

जाखड़ से पहले पंजाब कांग्रेस के कद्दावर नेता रहे कैप्टन अमरिंदर सिंह ने चुनाव से पहले पार्टी छोड़ दी थी और उन्होंने खुद की पार्टी बनाई। उन्होंने यह फ़ैसला तब लिया था जब नवजोत सिंह सिद्धू के साथ चल रहे विवाद के बीच कैप्टन अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री पद छोड़ना पड़ा था। 

पिछले साल नवंबर में कांग्रेस छोड़ने को लेकर अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी को एक पत्र लिखा था। उसमें उन्होंने पार्टी और नेताओं के ख़िलाफ़ कई सवाल उठाए थे और आरोप लगाए थे। उन्होंने जिन नेताओं पर सवाल उठाए थे उनमें सोनिया के बेटे राहुल और उनकी बेटी प्रियंका गांधी वाड्रा भी शामिल थीं। 

इस साल की शुरुआत में पंजाब चुनाव में कांग्रेस सत्ता से बाहर हो गई थी। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी या आप ने बड़ी जीत के साथ कांग्रेस को बेदखल कर दिया। इसके बाद से कांग्रेस की मुश्किलें कम होती नहीं दिख रही हैं।