पंजाब में आज से स्कूल की सभी कक्षाएँ शुरू होंगी
पंजाब में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार कम आते रहने के बीच राज्य सरकार ने 2 अगस्त से स्कूल की सभी कक्षाएँ खोलने को मंजूरी दे दी है। हालाँकि इसके साथ ही स्कूलों को निर्देश दिया गया है कि स्कूल के संचालन के समय कोरोना प्रोटोकॉल का पूरी तरह पालन करना ज़रूरी होगा।
राज्य सरकार ने शनिवार को इसकी घोषणा तब की है जब राज्य में हर रोज़ 50 से भी कम संक्रमण के मामले आ रहे हैं। सक्रिय मामलों की संख्या 544 है। राज्य में अब तक कुल मिलाकर क़रीब 6 लाख मामले आए हैं। इसमें से 5 लाख 82 हज़ार से ज़्यादा ठीक हो गए हैं और 16 हज़ार से ज़्यादा लोगों की मौत हुई है।
स्कूल की कक्षाएँ शुरू करने की घोषणा किए जाने से पहले ऑनलाइन ही कक्षाएँ चल रही थीं। सभी बच्चों के पास मोबाइल की सुविधा नहीं होने और इंटरनेट की दिक्कतों की वजहों से अधिकतर बच्चों की पढ़ाई उस तरह नहीं हो पा रही थी जैसी कि होनी चाहिए। इसी कारण सरकार ने संक्रमण के मामले कम होने पर स्कूलों को खोलने की घोषणा कर दी है।
हालाँकि इससे पहले 26 जुलाई से ही 10वीं-12वीं कक्षा के बच्चों के लिए स्कूल खोल दिए गए थे, लेकिन इसके साथ यह ज़रूरी किया गया था कि अभिभावकों की सहमति से ही बच्चे को स्कूल जाने की इजाजत थी।
अभिभावकों की सहमति नहीं होने पर बच्चों को ऑनलाइन कक्षा जारी रखने को कहा गया था। बच्चों के लिए यह आवश्यक था कि वे अपने अभिभावकों से लिखित में अनुमति लें। राज्य सरकार ने सिर्फ़ उन शिक्षकों और स्टाफ़ को स्कूल आने की अनुमति दी जिन्होंने पूरे टीके ले लिए हैं।
पंजाब में स्कूल खोलने का फ़ैसला ऐसे वक़्त पर लिया गया है जब देश में कोरोना की तीसरी लहर की आशंका जताई गई है। अब रिपोर्ट ऐसी आ रही है कि 10 राज्यों में कोरोना की पॉजिटिविटी रेट 10 प्रतिशत से ज़्यादा है।
पॉजिटिविटी रेट का मतलब है कि जितने लोगों की कोरोना जाँच कराई गई है उनमें से 10 प्रतिशत लोगों में कोरोना संक्रमण पाया गया है। पॉजिटिविटी रेट 5 फ़ीसदी से ज़्यादा होने पर चिंताजनक स्थिति होती है और संक्रमण को रोकने के लिए विशेष उपाय की ज़रूरत होती है।
देश में 46 ऐसे ज़िले हैं जहाँ कोरोना पॉजिटिविटी रेट 10 प्रतिशत से ज़्यादा हैं और 53 ज़िलों में कोरोना पॉजिटिविटी रेट पाँच से 10 प्रतिशत के बीच है।
केंद्र सरकार ने ऐसे राज्यों को सख़्त क़दम उठाने की सलाह दी है और कहा है कि वे 45 से 60 और 60 से ऊपर की उम्र के ज़्यादा से ज़्यादा लोगों को जल्दी से जल्दी कोरोना टीका दें। जिन राज्यों में कोरोना पॉजिटिविटी रेट 10 प्रतिशत से है, वे हैं- केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिशा, असम, मिज़ोरम, मेघालय और मणिपुर। केरल और कर्नाटक में हाल में तो काफ़ी तेज़ी से संक्रमण के मामले बढ़े हैं।