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पंजाब के दलित समुदाय को साधने के लिए चन्नी को बनाया मुख्यमंत्री

पंजाब के दलित समुदाय को साधने के लिए चन्नी को बनाया मुख्यमंत्री

पंजाब में चरणनजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बना कर कांग्रेस ने पंजाब ही नहीं, पूरे देश के दलितों को संदेश देने की कोशिश की है। 

चरणजीत सिंह चन्नी 2007 से पंजाब विधानसभा के सदस्य और वह रामदसिया सिख समुदाय से संबंधित है। यह पंजाब का दलित समुदाय है और कांग्रेस ने पंजाब में दलित समुदाय को साधने तथा सभी वर्गों को साथ लेने की कोशिश करते हुए चन्नी को यह दायित्व सौंपा है।

कांग्रेस आलाकमान पिछले दो दिनों से पंजाब में नए मुख्यमंत्री के चयन को लेकर के लगातार बैठकें करता रहा।  

आज सुबह जब वरिष्ठ नेता अंबिका सोनी ने मुख्यमंत्री बनने से इंकार कर दिया तो उसके बाद पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के आवास पर सोनी सहित पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की करीब पाँच घंटे तक बैठक चली।

इससे पहले मीडिया में खबरें आई की पंजाब सरकार में सहकारिता मंत्री रहे सुखविंदर सिंह रंधावा को सर्वसम्मति से नया नेता चुना गया है। यह खबर आते ही उनके घर पर मिठाई तक बँटी।

एक तीर से कई शिकार

कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व ने चरणजीत सिंह चन्नी को पंजाब का मुख्यमंत्री बना कर एक तीर से कई शिकार किए हैं। 

चरणजीत सिंह चन्नी कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार में तकनीकी शिक्षा व प्रशिक्षण मंत्री थे। 

चरणजीत सिंह चन्नी के मुख्यमंत्री बनने से अमरिंदर सिंह का गुस्सा थोड़ा शांत होगा और वे पार्टी के ख़िलाफ़ मोर्चा नहीं खोलेंगे। यह अहम इसलिए है कि उन्होंने शनिवार को इस्तीफ़ा देने का बाद एक टेलीविज़न चैनल से बात करते हुए कहा था कि यद सिद्धू को मुख्यमंत्री बनाया गया तो वे विरोध करेंगे। 

रंधावा को नवजोत सिंह सिद्धू का नजदीकी आदमी माना जाता है। इससे यह संकेत जा रहा था कि यदि उन्हें मुख्यमंत्री बनाया गया तो सिद्धू गुट के लोग तो खुश ज़रूर होंगे लेकिन कैप्टन के गुट की नाराज़गी कम नहीं होगी।

कांग्रेस का अंतरद्वंद्व

इससे पंजाब कांग्रेस में चल रहा अंतरद्वंद्व ख़त्म नहीं होता। समझा जाता है कि पार्टी ने इस गुटबंदी को कम से कम चुनाव तक रोकने के लिए एक ऐसे आदमी को मुख्यमंत्री बनाने का फ़ैसला किया है जो किसी एक गुट का खास आदमी नहीं है, हालाकि वे मुख्यमंत्री से नाराज़ ज़रूर थे। 

कैप्टन की शुभकामनाएँ

पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने चरणजीत सिंह चन्नी को शुभकामनाएँ दी हैं। इससे यह साफ होता है कि वे नए मुख्यमंत्री का विरोध नहीं करेंगे।

इससे साफ संकेत जाता है कि उनके समर्थक भी चन्नी को सहयोग देंगे। इससे लगता है कि कांग्रेस आला कमान ने चन्नी को मुख्यमंत्री बना कर कम से कम इस मामले में सही काम किया है। 

अमरिंदर सिंह ने कहा था, 

उम्मीद है कि चन्नी के मुख्यमंत्री बनने से पंजाब सुरक्षित रहेगा और चन्नी पंजाब को सीमा पार के ख़तरों से बचाएगे।


अमरिंदर सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री, पंजाब

यह अहम इसलिए है कि कैप्टन ने शनिवार को कहा था कि नवजोत सिंह सिद्धू के तार पाकिस्तान से जुड़े हुए हैं और यह राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला है, लिहाजा, वे उनका विरोध करेंगे। 

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