कांग्रेस की प्रेस विज्ञप्ति।
कांग्रेस की प्रेस विज्ञप्ति।
मोदी, शाह पर बोला हमला
इन पाँच सवालों के अलावा कांग्रेस पार्टी ने 2014 के पहले हुए आतंकी हमलों के समय बीजेपी नेताओं के बयानों को भी सार्वजनिक किया। सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि आतंकवाद पर राजनीति करने की नरेंद्र मोदी और अमित शाह की पुरानी आदत है। सुरजेवाला ने कहा कि जब देश 26/11 के आतंकवादी हमले से जूझ रहा था तब नरेंद्र मोदी हमले के घटनास्थल के पास प्रेस वार्ता कर रहे थे और बाद में बीजेपी ने खून से लथपथ विज्ञापन जारी कर वोट माँगा था।
कांग्रेस का आरोप : जब देश जवानों के शव गिन रहा था, मोदी फ़िल्म की शूटिंग में व्यस्त थे
रविशंकर प्रसाद ने किया पलटवार
बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय क़ानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस के आरोपों पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी इस तरह के घटिया आरोप लगाकर सेना का मनोबल तोड़ने की कोशिश न करे। प्रसाद ने कहा कि ऐसा क्यों है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान और कांग्रेस के प्रवक्ताओं की भाषा एक जैसी है।बड़ा सवाल : मोदी जी, पीएम बनने के बाद भी आप क्यों नहीं रोक पाए आतंकी हमले?
रविशंकर प्रसाद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ज़बरदस्त बचाव किया और कहा कि देश प्रधानमंत्री मोदी के साहस, उनकी निर्णय क्षमता और नेतृत्व पर विश्वास करता है। उन्होंने कहा कि देश मोदी के हाथों में सुरक्षित है और रहेगा। रविशंकर प्रसाद ने यह भी कहा कि कांग्रेस देश की राष्ट्रीय सुरक्षा के मसले पर राजनीति करती आई है। कभी कांग्रेस के नेता सेना प्रमुख पर घटिया इलजाम लगाते हैं तो कभी सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल खड़े करते हैं।
बुधवार को हुई बीजेपी और कांग्रेस की प्रेस वार्ताओं से साफ़ है कि आगे भी दोनों तरफ़ से एक-दूसरे पर तीख़े हमले होंगे। पुलवामा के हमले पर ज़बरदस्त राजनीति खेली जाएगी और चुनाव में इसका लाभ लेने की कोशिश की जाएगी।
जहाँ कांग्रेस पार्टी पुलवामा के मसले पर प्रधानमंत्री मोदी को असंवेदनशील और ग़ैर जिम्मेदार बताने की कोशिश करेगी और यह कहेगी कि मोदी के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा से ज़्यादा निजी प्रचार महत्वपूर्ण है, वहीं बीजेपी यह साबित करेगी कि कांग्रेस पार्टी पाकिस्तान परस्त है और राष्ट्रीय सुरक्षा पर देशहित के ख़िलाफ़ काम करती है। दोनों तरफ़ से तलवारें तो निकली हैं, एक-दूसरे पर वार तो शुरू हो गए हैं, देखना यह है कि कौन किसको कितना लहूलुहान करता है और खेत रहता है।