संसद की सदस्यता समाप्त होने के बाद शनिवार की दोपहर राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसमें उन्होंने बीजेपी और नरेंद्र मोदी पर जमकर हमला बोला। अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने अडानी समूह और प्रधानमंत्री की नजदीकी पर सवाल उठाते हुए कहा मेरी सदस्यता रद्द करने सहित जो भी कुछ हो रहा है वह अडानी समूह से ध्यान भटकाने के लिए किया जा रहा है
राहुल के आरोपों के जवाब देने के लिए रविशंकर प्रसाद ने भी एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की और कहा कि राहुल अगर ऐसी बातें जानबूझकर करते हैं तो भाजपा मानती है कि राहुल ने पिछड़ों का अपमान किया है। राहुल के बयान के खिलाफ भाजपा पूरे देश में आंदोलन करेगी। उन्होंने कहा कि पूर्वी भारत, पश्चिमी भारत और बिहार में मोदी पिछड़े और अति पिछड़े समाज से आते हैं। आलोचना का अधिकार है, गाली देने का अधिकार राहुल गांधी को नहीं है। राहुल ने समुदाय को गाली दी है, बेइज्जत किया है। अगर राहुल को गलत बात कहने का अधिकार है तो पिछड़ों को भी कोर्ट जाने का अधिकार है। कोर्ट ने उन्हें माफी मांगने का मौका दिया, तो उन्होंने माफी मांगने से मना कर दिया।"
राहुल पर केस दर्ज हुआ सूरत में। उनके पास बड़े-बड़े वकीलों की फौज है। राज्यसभा और लोकसभा में बड़े बड़े वकील हैं। आखिर क्यों राहुल के मामले में वे लोग सूरत कोर्ट में नहीं गए, वे हाईकोर्ट,सुप्रीम कोर्ट क्यों नहीं गये। पवन खेड़ा के मामले में तो तुरंत हाईकोर्ट से स्टे ले आए राहुल गांधी के लिए ऐसा क्यों नहीं किया। उन्होंने कहा कि देश में कानून है कि दो साल की सजा होगी तो आप तुरंत डिस्क्वालिफाई हो जाएंगे। सुप्रीम कोर्ट यह बात साफ तौर कह चुका है। इस कानून के तहत अब तक बत्तीस लोगों को डिस्क्वालिफाई किया गया है।
जब कानून है तो कांग्रेस पार्टी की तरफ से राहुल के मामले में स्टे हासिल करने की कोशिश क्यों नहीं की गई। क्या यह नाखून कटाकर शहीद होने की कोशिश है? यह जो पूरा प्रकरण है, यह सब सोची-समझी रणनीति है कि राहुल को बलिदानी बताओ और कर्नाटक चुनाव में इसका फायदा लो। राहुल को पीड़ित दिखाओ और कांग्रेस बचाओ। इसका जवाब तो आपको देना पड़ेगा। आपके दोषी ठहराए जाने के बाद आपके लिए वकीलों की फौज ने स्टे की कोशिश क्यों नहीं की। अगर देश में सबके लिए एक ही कानून है तो क्या आपके लिए अलग से कानून बनेगा।
रविशंकर प्रसाद कांग्रेस और राहुल गांधी पर हमला करते हुए केवल यहां नहीं रुके। उन्होंने कहा कि राहुल ने आज फिर एक झूठ बोला। कहा कि मैंने लंदन में कुछ गलत नहीं बोला। राहुल की राजनीति बहुत सीधी है। हम जीतेंगे तो लोकतंत्र ठीक है, हम हारेंगे तो लोकतंत्र खराब है। हम जीतेंगे तो चुनाव आयोग ठीक है, हम हारेंगे तो चुनाव आयोग गलत है। हमारे पक्ष में फैसला आएगा तो न्यायालय ठीक है, हमारे पक्ष में नहीं तो न्यायालय खराब है।"
राहुल गांधी चीन की तारीफ करते हैं. विदेश में भारत का अपमान करते हैं। वह सेना की शहादत का सबूत मांगते हैं। बीजेपी नेता ने कहा कि राहुल गांधी ने राफेल के मामले में 'चौकीदार चोर है' कहा था, लेकिन जब सुप्रीम कोर्ट ने फटकार लगाई तो उन्होंने माफी मांगी। रविशंकर प्रसाद बोले कि कांग्रेस का परिचय 4-C है। मतलब कट, कमीशन, करप्शन और कांग्रेस।
राहुल का जवाब देने के लिए बुलाई गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में रविशंकर प्रसाद ने राहुल गांधी द्वारा उठाए गये किसी भी सवाल का जवाब तो नहीं दिया लेकिन उनपर पिछड़ों का अपमान करने समेत पुराने सभी आरोप ही दोहराए।