मोदी ने कानपुर रैली में हिन्दुओं के एकजुट होने का आह्वान अप्रत्यक्ष ढंग से किया

02:48 pm Feb 14, 2022 | सत्य ब्यूरो

कानपुर देहात में आज दोपहर बाद एक बड़ी चुनावी रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तृणमूल कांग्रेस के नेता के बयान की आड़ में हिन्दुओं को एकजुट होने का आह्वान किया। हालांकि खुद मोदी ने टीएमसी नेता के उस बयान का संज्ञान लेने के लिए चुनाव आयोग, यूपी और गोवा की जनता से भी आह्वान किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने गोवा के एक अखबार में टीएमसी नेता का इंटरव्यू देखा। जिसमें वो कह रहे हैं कि वो गोवा में हिन्दू वोटों को बांटने आए हैं। मोदी ने कहा कि गोवा में टीएमसी पहली बार चुनाव लड़ रही है और वो हिन्दुओं को बांटने गई है। इसके बाद उन्होंने यूपी और गोवा के मतदाताओं से कहा कि क्या हिन्दुओं को कोई बांट सकता है। मैं टीएमसी नेताओं के बयानों से हैरान हूं जो कहते हैं कि उनका इरादा हिंदू वोटों को विभाजित करना है। ऐसी राजनीति का हमारे देश में कोई स्थान नहीं है।

मोदी ने चुनाव आयोग से और यूपी-गोवा के मतदाताओं से इस बयान का संज्ञान लेने और इसका जवाब देने को कहा। मोदी के इस बयान से साफ है कि वो दरअसल कहना क्या चाहते हैं। मोदी ने इस बयान के जरिए स्पष्ट संकेत दिया कि विपक्षी दल हिन्दुओं को बांटना चाहते हैं। बता दें कि बीजेपी खुद को हिन्दू हितों को समर्पित पार्टी बताती रही है।कानपुर देहात की रैली में पीएम मोदी ने कहा कि यूपी में दूसरे चरण का जो ट्रेंड आया है और पहले चरण की जो वोटिंग हुई है, उसने चार बातें बहुत साफ कर दी हैं। मोदी ने कहा पहली बात तो यह है कि - भाजपा की सरकार यूपी में फिर से आ रही है। जोरशोर से आ रही है, गाजे-बाजे के साथ आ रही है।

दूसरी बात उन्होंने बताई कि हर जाति, हर बिरादरी, हर वर्ग के लोग बिना बंटे गांव से लेकर शहर तक आज बिना भ्रम में पड़े एकजुट होकर यूपी के तेज विकास के लिए बीजेपी को वोट डाल रहे हैं। उन्होंने बीजेपी को बहुत आगे बढ़ा दिया है।

तीसरी बात उन्होंने बताई कि सभी माता, बहनों, बेटियों ने बीजेपी की जीत का झंडा उठा लिया है। वो सुरक्षा और सम्मान के लिए बीजेपी को वोट दे रही हैं।चौथी बात में मोदी ने मुस्लिम महिलाओं का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि मुस्लिम महिलाएं चुपचाप बीजेपी को वोट दे रही हैं। वो जानती हैं कि उनके सुखदुख में कौन शामिल रहता है।

पीएम मोदी ने कहा कि इन चार बातों से सभी घोर परिवारवादी चारों खाने चित्त हो गए है। वो पराजित हो चुके हैं।