मोदी सरकार 3.0 ने अपने इस तीसरे कार्यकाल के 100 दिन पूरे कर लिए। इन 100 दिनों की उपब्धियाँ गिनाते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने एक कार्यक्रम में कहा है कि इन 100 दिनों में ठोस और सामाजिक ढाँचे के विस्तार के लिए अनेक महत्वपूर्ण फ़ैसले लिए गए हैं। बीजेपी ने जहाँ करोड़ों रुपये की परियोजनाओं को शुरू किए जाने की उपलब्धि गिनाई है तो कांग्रेस ने इसको 'नरेंद्र मोदी के 100 दिन का रिपोर्ट कार्ड फेल' बताया है। कांग्रेस ने मोदी सरकार के 'यू-टर्न', ट्रेन हादसों, आतंकी हमलों, महिला उत्पीड़न जैसी घटनाओं को गिनाया है।
कांग्रेस ने मोदी सरकार के काम को किस रूप में पेश किया है, यह जानने से पहले यह जान लें कि बीजेपी ने आख़िर इन 100 दिनों को किस रूप में पेश किया है। वैसे तो बीजेपी के आधिकारिक एक्स पेज पर बीजेपी ने 100 दिन की उपलब्धियों का ज़्यादा ज़िक्र नहीं किया है। इसने कुछ पोस्ट की हैं जो पीएम मोदी के एक कार्यक्रम की हैं। ऐसी ही एक पोस्ट में पीएम को यह कहते हुए उद्धृत किया गया है, 'भारत में हम 7 करोड़ घर बना रहे हैं। सरकार के पिछले 2 कार्यकाल में हम इसमें से 400 मिलियन यानी 4 करोड़ घर बना चुके हैं और तीसरे टर्म में हमारी सरकार ने 3 करोड़ नए घर बनाने का काम शुरू भी कर दिया है।'
एक अन्य पोस्ट में बीजेपी ने कहा है, 'तीसरे कार्यकाल के 100 दिन में, हमारी प्राथमिकता भी दिखती हैं, हमारी स्पीड और स्केल का भी एक रेफ्लेक्शन मिलता है। इस दौरान हमने हर उस सेक्टर और हर उस फ़ैक्टर को संबोधित किया है, जो भारत के तेज विकास के लिए जरूरी है।'
वैसे, कुछ मीडिया रिपोर्टों में मोदी सरकार के इन 100 दिनों में 15 लाख करोड़ रुपये की परियोजनाओं को शुरू किए जाने की बात कही गई है। रिपोर्टों के अनुसार प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 3 करोड़ घरों को स्वीकृति प्रदान की गई। दावा किया गया है कि मोदी सरकार ने 9.3 करोड़ किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 17वीं किस्त के तहत 20000 करोड़ रुपये की धनराशि खातों में भेजी। सरकार ने खरीफ फसलों की एमएसपी बढ़ाई है, हालाँकि मांग स्वामीनाथ कमेटी की रिपोर्ट के अनुसार एमएसपी बढ़ाने की होती रही है।
कांग्रेस ने की आलोचना
कांग्रेस ने केंद्र सरकार के 100 दिन के कार्यकाल पर जमकर निशाना साधा है। कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि केंद्र में मोदी सरकार के गठन के पहले सौ दिन यू-टर्न और विफलताओं से भरे रहे हैं। उन्होंने कहा कि ये सौ दिन देश की अर्थव्यवस्था, किसानों, युवाओं, महिलाओं, अवसंरचना, रेलवे, अमन शांति के लिए बहुत भारी पड़े हैं। उन्होंने कहा, 'लोकसभा चुनाव के बाद जिस सौ दिन के एजेंडे की बात की गई थी, वह असल में एक जुमला था, क्योंकि उनके पास अगले पांच साल के लिए भी देश की समस्याओं से निपटने के लिए कोई योजना या विजन नहीं है।'
महिला सुरक्षा में नरेंद्र मोदी फेल: कांग्रेस
कांग्रेस ने कहा है, '100 दिन में महिलाओं के साथ 104 जघन्य अपराध हुए हैं, जिसमें 157 पीड़िताएं हैं। बीजेपी शासित राज्यों में महिलाओं के साथ सार्वजनिक रूप से बलात्कार होता है, लेकिन नरेंद्र मोदी इसपर एक शब्द नहीं बोलते। लेकिन आप कैसे बोलिएगा, क्योंकि आप वही हैं जो देश की बेटियों का यौन शोषण करने वालों के साथ खड़े रहे। 100 दिनों में- स्कूल की नाबालिक बच्चियों से लेकर कामकाजी महिलाएं, कोई सुरक्षित नहीं हैं। आपने कहा था- बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ। लेकिन सच्चाई यही है कि आप बेटियों को बचाने के बदले, सिर्फ आरोपियों को संरक्षण देते हैं।'
'ध्वस्त इंफ्रास्ट्रक्चर, भ्रष्टाचार की खुली पोल'
सुप्रिया श्रीनेत ने हाल की दुर्घटनाओं का ज़िक्र करते हुए कहा है कि इंफ्रास्ट्रक्चर को ध्वस्त कर दिया गया है और आरोप लगाया कि जमकर भ्रष्टाचार हुआ है। उन्होंने कहा-
- नरेंद्र मोदी ने जबलपुर एयरपोर्ट से लेकर दिल्ली और राजकोट के जिन एयरपोर्ट्स का उद्घाटन किया था, वे एक बारिश नहीं झेल पाए।
- इस देश का संसद टपक रहा था और बाल्टी में पानी भरा जा रहा था।
- 18,000 करोड़ रुपए की लागत से बने अटल सेतु में दरारें आ गईं।
- गुजरात के सुदर्शन सेतु का उद्घाटन फ़रवरी 2024 में हुआ, उसमें दरारें आ गईं।
- छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति 8 महीने में ही खंडित हो गई। शिवाजी महाराज का ये अपमान देश कभी नहीं भूलेगा।
- आस्था के प्रतीक श्री राम मंदिर के गर्भ गृह में पानी टपक रहा था।
रेलवे बर्बाद: कांग्रेस
उन्होंने कहा, 'मोदी सरकार ने 100 दिनों में भारतीय रेल को बर्बाद कर दिया है। 100 दिन में 38 रेल हादसे हुए हैं, जिनमें 21 लोगों की मौत हुई है। बालासोर हादसे के बाद लगा था कि सरकार उससे कुछ सबक सीखेगी, सरकार रेल को सुचारू रूप से चलाने का प्रबंध करेगी। लेकिन आज भी कोई दिन नहीं बीतता, जब रेल हादसा न होता हो। असलियत ये है कि 21 मौतों के बाद भी कवच सालाना 2 किमी पर लग रहा है और देश के रेल मंत्री इसे बेशर्मी से 'छोटी-छोटी' घटनाएं बता रहे हैं।''मोदी सरकार की असली विफलता मणिपुर'
कांग्रेस ने कहा, '16 महीनों से मणिपुर जल रहा है। वहां हिंसा फिर से भड़क उठी है, जिसमें ड्रोन, रॉकेट और आरपीजी का इस्तेमाल हो रहा है। पिछले 2 हफ़्ते में 12 लोगों की मौत हो चुकी है। यहां तक कि सुरक्षा बलों पर भी हमला हो रहा है। उनके हथियार छीनने की कोशिश की जा रही है। लेकिन आज तक नरेंद्र मोदी को मणिपुर जाने का वक्त नहीं मिला। सच्चाई यही है कि आपके पास समस्याओं से निपटने का कोई प्लान नहीं है।'