सपा में जाने का ऐलान करते ही इमरान मसूद पर FIR

07:09 pm Jan 10, 2022 | सत्य ब्यूरो

कांग्रेस नेता इमरान मसूद ने आज ही समाजवादी पार्टी में जाने का ऐलान किया था। लेकिन आज ही योगी सरकार की पुलिस ने उनके खिलाफ चुनाव आचार संहिता पालन नहीं करने का केस दर्ज कर लिया। इमरान मसूद पहले भी इस तरह के हालात का सामना कर चुके हैं। 

इमरान मसूद ने आज अपने सहारनपुर स्थित आवास पर अपने समर्थकों की बैठक बुलाई थी। एफआईआर में इमरान मसूद सहित 10 लोगों को नामजद और 300 को अज्ञात रखा गया है। एफआईआर में इमरान मसूद और उनके समर्थकों पर कोरोना प्रोटोकॉल का पालन नहीं करने का आरोप लगाया गया है। यह एफआईआर कुतुबशेर थाने में दर्ज हुई। 

इमरान मसूद ने अपने समर्थकों की बैठक बुलाने का ऐलान पहले ही कर रखा था। जिला प्रशासन ने बैठक पर कोई रोक नहीं लगाई। लेकिन अचानक कुछ टीवी चैनल वहां की लाइव कवरेज यह कहकर दिखाने लगे कि कोरोना नियमों की धज्जियां उड़ाकर इमरान मसूद के घर बैठक की जा रही है।

इमरान मसूद के समर्थकों ने आरोप लगाया है कि यह एफआईआर योगी सरकार की तरफ से इमरान मसूद को डराने के  लिए दर्ज कराई गई है। बीजेपी इमरान मसूद के सपा में जाने से डर गई है। इसीलिए उसने घटिया दर्जे की हरकत की है। उनके समर्थकों ने कहा कि आज के ही दिन लखनऊ और अन्य जगहों पर बैठक होती मिल जाएगी और कोरोना  नियम टूटने की भी फोटो मिल जाएगी, आखिर वहां की एफआईआर क्यों नहीं की गई।

इमरान मसूद की राजनीति

इमरान मसूद इस इलाके के चर्चित नेताओं में से हैं। सहारनपुर जिले में 7 विधानसभा सीटें हैं, जिन पर उनका सीधा प्रभाव है। आज अपने समर्थकों के बीच उन्होंने साफ कहा कि वो सपा को सभी 7 सीटें यहां से जिताएंगे। इससे पहले उन्होंने अपने समर्थकों से उनकी राय पूछी। सभी ने उनसे सपा में जाने को कहा। इस पर इमरान मसूद ने कहा कि वो अखिलेश यादव से जाकर लखनऊ में मिलेंगे और वहां विधिवत सपा में शामिल होंगे। 

इमरान मसूद इस तरह की कोई भी राजनीतिक पहल करने से पहले अपने खास समर्थकों की बैठक अपने घर पर बुलाते हैं। फिर उस बैठक में जो आम राय बनती है, उसी के अनुसार फैसला लेते हैं। 

स्थानीय पत्रकारों ने बताया कि इस तरह एफआईआर दर्ज किए जाने का फायदा इमरान मसूद को ही मिलेगा। उनके समर्थन में लोगों की हमदर्दी बढ़ेगी। क्योंकि सहारनपुर में तमाम कोरोना नियम टूट रहे हैं, पुलिस और जिला प्रशासन का ध्यान उस पर नहीं है। खुद कई अधिकारी तक कोरोना नियम तोड़े जा सकते हैं। लेकिन इमरान मसूद पर खास वजहों से एफआईआर दर्ज की जाती है।