बीजेपी में भगदड़ः खंडन-मंडन और डैमेज कंट्रोल में जुटी बीजेपी

08:36 pm Jan 11, 2022 | सत्य ब्यूरो

बीजेपी ने यूपी में पार्टी और सरकार से भगदड़ रोकने के लिए डैमेज कंट्रोल में जुट गई है। उसने  सभी ओबीसी मंत्रियों और विधायकों से कहा है कि वे वीडियो बयान जारी कर सपा में जाने का खंडन करें। खास बात ये है कि ऐसे खंडन उन नेताओं के भी आए हैं, जिनके जाने की अफवाह तक नहीं है। 

मंगलवार को एक ही दिन में मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य और तीन बीजेपी विधायकों के इस्तीफे से पार्टी दहल गई। हालांकि इससे पहले भी दो बीजेपी विधायक माधुरी वर्मा (बहराइच) और राधाकृष्ण शर्मा (बिल्सी - बदायूं) ने सपा का दामन थामा था लेकिन मुख्यधारा के मीडिया ने उनके जाने का न तो विश्लेषण किया और न ही संकेतों को समझा। स्वामी प्रसाद मौर्य के सपा में आने का घटनाक्रम कल से चल रहा था। सत्य हिन्दी ने सबसे पहले कल यह खबर ब्रेक की थी। 

बीजेपी अब चौकन्नी हो गई है। उसने यूपी के ओबीसी विधायकों और मंत्रियों से कहा है कि वो लोग फौरन वीडियो पर बयान देकर खंडन करें और उसे सोशल मीडिया पर भी डालें। सूत्रों ने बताया कि स्वामी प्रसाद मौर्य और अन्य विधायकों के जाने से जो हवा सपा के पक्ष में बनती नजर आ रही थी, उसे काउंटर करने का यही तरीका बीजेपी नेतृत्व को ज्यादा कारगर लगा।  

योगी सरकार के मंत्री नंद गोपाल नंदी ने स्वामी प्रसाद मौर्य पर ट्वीट करके तीखा हमला बोला। फिर यह भी कहा कि उनका बीजेपी छोड़ने का सवाल ही नहीं है। लेकिन बीजेपी का शक नंदी पर बना हुआ है। इसकी वजह उनका अतीत है। नंदी ने कांग्रेस से अपना राजनीतिक करियर शुरू कर बीएसपी में छलांग लगाई थी, फिर वहां से बीजेपी में आ गए। नंदी राजनीतिक हवा भांपने में माहिर है। बहरहाल, नंदी को अब सफाई देनी पड़ रही है।

योगी सरकार के मंत्री डॉ धर्म सिंह सैनी ने बाकायदा अपना वीडियो बयान जारी कर कहा कि वो बीजेपी से नहीं जा रहे हैं। वो पार्टी में ही रहेंगे। लोगों से अफवाहों पर ध्यान नहीं देने को कहा है।

इस बीच बीजेपी गठबंधन में शामिल अपना दल की अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने भी बीजेपी को नसीहत दी है कि वो ओबीसी नेताओं को निराश न करे। उनका सम्मान करे। 

इस बीच खबर आ रही है कि बिधुनी के बीजेपी विधायक ने भी सपा में जाने का फैसला किया है। हालांकि इस सूचना की पुष्टि होना बाकी है।