प्रियंका गाँधी के कांग्रेस महासचिव चुने जाने पर बीजेपी ने राहुल गाँधी को निशाने पर लिया है। इसने कहा कि इस फ़़ैसले से कांग्रेस ने राहुल गांधी की असफलता को मान लिया है और इसी कारण प्रियंका गाँधी को लाया गया है। बीजेपी ने इस फ़ैसले को परिवारवाद से भी जोड़ा।
बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने प्रतिक्रिया में कहा कि आज फिर साबित हो गया कि कांग्रेस एक परिवार की पार्टी है। उन्होंने नेहरू, इंदिरा, राजीव, सोनिया, राहुल के बाद अब प्रियंका को आगे बढ़ाने पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा, ‘यह अपेक्षित था, कांग्रेस वंशवाद को बढ़ावा देती है। वे लोग परिवार को ही पार्टी समझते हैं जबकि बीजेपी पार्टी को परिवार के रूप में देखती है। कांग्रेस ने यह स्वीकार कर लिया है कि राहुल गाँधी जी असफल हो चुके हैं।’
पात्रा ने महागठबंधन से जोड़ते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि हर राज्य से नकारे जाने के बाद बैसाखी भी कांग्रेस परिवार से ही ढूंढी जा रही है। यूपी में एसपी-बीएसपी गठबंधन में कांग्रेस को शामिल नहीं किया गया है। बिहार में भी जल्द सहमति बनती नहीं दिख रही है। कई अन्य राज्यों में भी कुछ ख़ास प्रगति नहीं हो पाई है। हालाँकि विपक्षी नेता महागठबंधन की बात पर ज़ोर देते रहे हैं। इसी हफ़्ते सभी विपक्षी पार्टियाँ कोलकाता में इकट्ठी हुई थीं और एकजुटता पर ज़ोर दिया था।
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बीजेपी के यूपी इंचार्ज जे. पी. नड्डा ने कहा, ‘प्रियंका गाँधी आधिकारिक रूप से कांग्रेस की महासचिव बन गई हैं, लेकिन हर कोई जानता है कि यह हाउसहोल्ड कंपनी कैसे काम करती है। यह कांग्रेस की आधिकारिक घोषण भी है कि राहुल गाँधी असफल रहे हैं। उन्हें परिवारवादी सोच पर अपना विचार भी रखना चाहिए।’
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कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रियंका गांधी वाड्रा को पूर्वी उत्तर प्रदेश का पार्टी महासचिव नियुक्त किया है। समझा जाता है कि यह उनकी राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाने की शुरुआत है। सूत्रों के अनुसार वह अमेठी से लोकसभा चुनाव लड़ेंगी। प्रियंका पहले भी रायबरेली और अमेठी में चुनाव प्रचार कर चुकी हैं, पर वह पार्टी में किसी पद पर नहीं थीं। पहली बार वह पार्टी में एक बड़े पद पर लाई गई हैं।