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'रोज़गार माँगने वालों को यूपी सरकार ने लाठियाँ दीं': विपक्षी दल

'रोज़गार माँगने वालों को यूपी सरकार ने लाठियाँ दीं': विपक्षी दल

भर्ती परीक्षा में कथित अनियमितताओं के ख़िलाफ़ प्रदर्शन करने वाले छात्रों पर यूपी पुलिस के लाठीचार्ज की विपक्षी दलों ने आलोचना की है।

शिक्षक भर्ती में अनियमितताओं के विरोध में कैंडल मार्च निकाल रहे युवाओं पर लखनऊ में लाठीचार्ज करने को विपक्षी दलों ने मुद्दा बनाया है। उन्होंने इसको लेकर योगी सरकार पर निशाना साधा है और कहा है कि रोजगार मांगने वाले युवाओं को लाठियों से पीटा जा रहा है। 

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी इस मुद्दे को उठाया। उन्होंने एक वीडियो ट्वीट किया है जिसमें पुलिसकर्मी विरोध-प्रदर्शन करने वाले युवाओं के ख़िलाफ़ लाठीचार्ज कर रहे हैं। उन्होंने ट्वीट में लिखा है कि 'जब बीजेपी वाले वोट मांगने आएँ तो याद रखना!'

वीडियो में प्रदर्शन करने वाले जो युवा दिख रहे हैं वे उत्तर प्रदेश में 2019 में 69,000 सहायक शिक्षकों की भर्ती परीक्षा में कथित अनियमितताओं पर लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। उन युवाओं के एक समूह ने शनिवार रात को भी कैंडललाइट मार्च निकाला था। 

प्रदर्शनकारियों का एक समूह मध्य लखनऊ में एक प्रमुख चौराहे से राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आवास की ओर मार्च करने की कोशिश कर रहा था। तभी पुलिस ने उन युवाओं को तितर-बितर करने के लिए उन पर लाठीचार्ज किया।

समाजवादी पार्टी ने ट्वीट कर कहा है कि 'शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने वालों' पर पुलिस ने बर्बर तरीक़े से लाठीचार्ज किया। 

कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर योगी सरकार को 'युवा विरोधी बीजेपी सरकार' क़रार दिया है। 

बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार ने 2019 में 69,000 सहायक स्कूल शिक्षकों की भर्ती के लिए एक बड़ी परीक्षा आयोजित की थी। लेकिन पूरी प्रक्रिया में अनियमितताओं के आरोप लगे हैं। परीक्षा को लेकर दो साल से विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। खासकर अनुसूचित जाति और ओबीसी उम्मीदवार इन विरोध-प्रदर्शनों में बढ़चढ़ कर भाग लेते रहे हैं।

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