+
मथुरा रेलवे स्टेशन से चोरी बच्चा बीजेपी नेता के घर मिला: रिपोर्ट

मथुरा रेलवे स्टेशन से चोरी बच्चा बीजेपी नेता के घर मिला: रिपोर्ट

उत्तर प्रदेश के मथुरा रेलवे स्टेशन से जिस बच्चे की चोरी का सीसीटीवी फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था उस बच्चे को बरामद कर लिया गया है। जानिए, बीजेपी नेता का नाम क्यों आ रहा है।

मथुरा रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 9 से 24 अगस्त की तड़के अगवा किए गए सात महीने के बच्चे को पुलिस ने पांच दिन की सघन तलाशी के बाद बरामद कर लिया है। उसे अगवा की गई जगह से क़रीब 100 किलोमीटर दूर फिरोजाबाद में बीजेपी पार्षद के घर से पाया गया। इसके साथ ही पुलिस ने बच्चे चोरी करने और बेचने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। 

बच्चे की तलाश के लिए पुलिस की कई टीमें गठित की गई थीं। रेलवे पुलिस ने मथुरा, आगरा, हाथरस, कासगंज और बदायूं में बच्चा चोरी के आरोपियों की तलाश के अलावा 200 से ज़्यादा सीसीटीवी कैमरों की रिकार्डिंग खंगाली।

इस मामले में कुल आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिसमें वह व्यक्ति भी शामिल है जो प्लेटफॉर्म से बच्चे को उठाते समय एक सुरक्षा कैमरे में कैद हो गया था। मथुरा में रेलवे पुलिस द्वारा आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पुलिस ने बच्चे को उसकी मां को सौंपा। प्रेस कॉन्फ़्रेंस वाले वीडियो में 500 रुपये के नोटों की गड्डियाँ भी दिखीं जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार डॉक्टरों से जब्त किया।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक़ सीसीटीवी में कैद हुए अपहरणकर्ता की पहचान दीपक के रूप में हुई है और पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, बीजेपी की विनीता अग्रवाल और उनके पति कृष्ण मुरारी अग्रवाल ने कथित तौर पर दो डॉक्टरों से बच्चे को 1.8 लाख रुपये में खरीदा था। वे एक बड़े गिरोह का हिस्सा थे। दंपति एक बेटा चाहते थे। विनीता और कृष्णा की एक 12 साल की बेटी है और कोई बेटा नहीं है। 

आज तक की एक रिपोर्ट के अनुसार, अपहृत बच्चे को दीपक ने बेच दिया था और फिरोजाबाद में एक भाजपा पार्षद के घर में मिला था। फिरोजाबाद निवासी नगर निगम पार्षद विनीता अग्रवाल व उनके पति कृष्ण मुरारी अग्रवाल को पुलिस ने नवजात को खरीदने के आरोप में गिरफ्तार किया है।

एक रिपोर्ट में पुलिस के हवाले से कहा गया है कि डॉक्टरों से जुड़े एक नर्स से बच्चे को खरीदा गया था जिसके बाद पुलिस ने आरोपी पति-पत्नी के खिलाफ मथुरा में मामला दर्ज किया।

रिपोर्ट के अनुसार दंपति ने दावा किया कि उन्होंने बच्चे को गोद लिया था और उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी कि बच्चे को चोरी या अपहरण कर लिया गया है। 

रिपोर्ट के अनुसार कृष्णा मुरारी अग्रवाल के भाई सुनील अग्रवाल ने अपहरण के आरोपों को निराधार बताते हुए कहा है कि उन्होंने इस बच्चे को एक बिचौलिए के माध्यम से गोद लिया था और इसमें शामिल किसी भी पैसे के लेन-देन की उन्हें जानकारी नहीं थी। उन्होंने कहा कि बच्चा चोरी या खरीदा नहीं गया था।

बता दें कि सीसीटीवी में कैद हुई चौंकाने वाली घटना में सात महीने का बच्चा उत्तर प्रदेश के मथुरा रेलवे स्टेशन पर एक प्लेटफॉर्म पर अपनी मां के बगल में सोता हुआ दिखा था, जिसका एक व्यक्ति ने अपहरण कर लिया था।

घटना के वीडियो में व्यक्ति को उसकी मां के साथ सो रहे बच्चे के पास से गुजरते हुए देखा गया। वह थोड़ी देर बाद वापस आया था, बच्चे को उठाया और भाग गया था। 

सत्य हिंदी ऐप डाउनलोड करें