भारत और पाकिस्तान के बीच बेहतर होते संबंधों की चर्चाओं को मंगलवार को और बल तब मिला जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान दिवस पर वज़ीर-ए-आज़म इमरान ख़ान को खत भेजा। फ़रवरी, 2019 में हुए पुलवामा हमले के बाद से ही ख़राब हो चुके रिश्ते 5 अगस्त, 2019 को जम्मू-कश्मीर से धारा 370 को हटाए जाने के बाद और ख़राब हो गए थे। लेकिन बीते दो महीनों में कई ऐसे वाकये हुए हैं जिन्हें देखकर कहा जा सकता है कि आने वाले दिनों में इस पड़ोसी मुल्क के साथ हमारे संबंध बेहतर हो सकते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इमरान को लिखे खत में पाकिस्तान दिवस की शुभकामनाएं देते हुए लिखा है कि पड़ोसी देश होने के नाते भारत पाकिस्तान के लोगों से अच्छे संबंध चाहता है और इसके लिए आतंक और दुश्मनी से रहित माहौल बेहद ज़रूरी है। इमरान और पाकिस्तान के लोगों को कोरोना महामारी से पैदा हुई चुनौतियों से लड़ने के लिए भी मोदी ने शुभकामनाएं दी हैं।
बताया जाता है कि केंद्र सरकार की ओर से पाकिस्तान दिवस पर हर साल ऐसा खत भेजा जाता है। लेकिन फिर भी ऐसे वक़्त में जब दोनों देशों के बीच बेहतर रिश्तों की ज़रूरत शिद्दत से महसूस की जा रही हो तो भारत की ओर से इस तरह का क़दम काफी अहम है। यह भी बताया गया है कि महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी अपने पाकिस्तानी समकक्ष आरिफ़ अल्वी को संदेश भेजा है।
पाकिस्तान दिवस 23 मार्च, 1940 को हुए लाहौर समझौते की याद में मनाया जाता है। इस दिन ऑल इंडिया मुसलिम लीग ने भारत के मुसलमानों के लिए पृथक राष्ट्र की मांग की थी।
इसी बीच, पाकिस्तान के अफ़सरों का एक दल नई दिल्ली में सिंधु नदी से संबंधित स्थायी सिंधु आयोग की बैठक में शामिल होने के लिए भारत में है।
देखिए, दोनों देशों के रिश्तों पर बातचीत-
बेहतर हो रहे संबंध
दोनों देशों के बेहतर हो रहे संबंधों की ख़बरों को तब चर्चा मिली थी दोनों देश लाइन ऑफ़ कंट्रोल (एलओसी) पर शांति बहाली और पुराने समझौतों पर अमल करने के लिए राजी हो गए थे। इसके अलावा भारत ने इमरान ख़ान के विशेष विमान को भारत के एयरस्पेस का इस्तेमाल करने की इजाजत दे दी थी और जम्मू-कश्मीर की सीमाओं पर सीज़ फ़ायर के उल्लंघन की घटनाएं कम होने लगी थीं।
पाकिस्तान के वज़ीर-ए-आज़म इमरान ख़ान और आर्मी चीफ़ क़मर जावेद बाजवा ने भी दोनों देशों के बीच अच्छे संबंधों की हिमायत की है। हालांकि दोनों ने ही इसके लिए कश्मीर के मुद्दे को अहमियत दी है लेकिन फिर भी यह पहल अहम है।
कई सालों बाद पाकिस्तान की ओर से पांच खिलाड़ियों की एक टीम बीते दिनों भारत आई और जब इमरान ख़ान के कोरोना संक्रमित होने की ख़बर आई तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना की।
कोरोना वायरस के संक्रमण और इस महामारी को रोकने के लिए लगे लॉकडाउन की वजह से दोनों ही मुल्क़ों की माली हालत बेहद ख़राब हुई है। ऐसे हालात में बॉर्डर पर हालात सामान्य रहेंगे तो दोनों को सुरक्षा व्यवस्था में पैसा बर्बाद नहीं करना होगा और अगर दोनों देशों के बीच व्यापार भी शुरू हो गया तो लोगों को रोज़गार मिलेगा।