प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में फिर से सेंध लगने का मामला सामने आया है। आंध्र प्रदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हेलिकॉप्टर के पास काले गुब्बारे उड़ते हुए देखे गए। यह आम प्रोटोकॉल है कि प्रधानमंत्री के दौरे वाली या उसके आसपास की जगह पर कुछ भी संदिग्ध चीजें नहीं होनी चाहिए। इससे पहले हाल ही में पंजाब में प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा में चूक का बड़ा मामला तब सामने आया था जब कथित तौर पर किसानों के प्रदर्शन के कारण एक फ्लाइओवर पर प्रधानमंत्री का काफिला काफी देर तक रुका रहा था।
ताज़ा मामला आंध्र प्रदेश का है, लेकिन यह उस तरह का नहीं है जैसा कि पंजाब में हुआ था। कहा जा रहा है कि आंध्र प्रदेश में प्रधानमंत्री के हेलिकॉप्टर के आसपास काले गुब्बारे उड़ते हुए दिखे। ये गुब्बारे कथित तौर पर प्रधानमंत्री मोदी का विरोध करने वाले प्रदर्शनकारियों ने छोड़े थे।
सोशल मीडिया पर साझा किए गए वीडियो में देखा जा सकता है कि जब प्रधानमंत्री मोदी का हेलिकॉप्टर विजयवाड़ा में उड़ान भर रहा था तो गुब्बारे छोड़े जा रहे थे। कुछ रिपोर्टों में कहा गया है कि कांग्रेस कार्यकर्ता प्रधानमंत्री मोदी का विरोध कर रहे थे और उन्होंने ही काले गुब्बारे छोड़े।
जिस एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री मोदी के हेलिकॉप्टर ने उड़ान भरी थी, वहाँ कांग्रेस के कुछ नेता विरोध कर रहे थे। एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार प्रधानमंत्री को निशाना बनाते हुए और नारे लगाते हुए उन्हें काले गुब्बारे लिए और तख्तियाँ पकड़े देखा गया था।
कांग्रेस नेताओं ने काले गुब्बारे दिखाकर पीएम मोदी का विरोध करने के लिए देशव्यापी विरोध का आह्वान किया था। एहतियात के तौर पर कृष्णा जिला पुलिस ने पुलिस अधिनियम की धारा 30 और सीआरपीसी की धारा 144 भी लगा दी थी। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार पुलिस ने कहा है कि प्रधानमंत्री के आगमन से ठीक पहले सुबह साढ़े आठ बजे तीन लोग सुनकदरा पद्मश्री, पार्वती और किशोर काले गुब्बारों के साथ हवाई अड्डे की ओर जाते देखे गए थे। पुलिस ने तीनों की पहचान की और उन्हें पकड़ लिया है। उनके ख़िलाफ़ एफ़आईआर भी दर्ज की गई है।
इसी साल जनवरी में प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा को लेकर पूरे देश में हंगामा मचा था। दरअसल, न्यूज़ एजेंसी एएनआई ने बठिंडा एयरपोर्ट के अधिकारियों के हवाले से यह रिपोर्ट दी थी कि प्रधानमंत्री मोदी ने बठिंडा हवाई अड्डे पर लौटने पर अधिकारियों से कहा, 'अपने सीएम को थैंक्स कहना कि मैं बठिंडा एयरपोर्ट तक ज़िंदा लौट पाया'।
प्रधानमंत्री मोदी का वह बयान बेहद अहम इसलिए था क्योंकि पंजाब के दौरे पर उनके काफिले को एक फ्लाईओवर पर काफ़ी देर तक रुकना पड़ा था और इससे उनकी सुरक्षा को लेकर सवाल उठाए गए थे।
प्रधानमंत्री के आने से पहले फिरोजपुर को जाने वाली सड़कों को किसान संगठनों ने बंद कर दिया था। किसान संगठनों का कहना था कि केंद्र सरकार ने उनकी मांगों को नहीं माना था।
प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा के मामले ने इतना तूल पकड़ा था कि इस मामले में गृह मंत्रालय ने रिपोर्ट तलब की थी। तब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि प्रधानमंत्री की यात्रा पर सुरक्षा में लापरवाही पूरी तरह अस्वीकार्य है और इसके लिए ज़िम्मदारी तय की जानी चाहिए। पंजाब के तत्कालीन मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने किसी सुरक्षा चूक से इनकार किया था और इसकी ज़िम्मेदारी केंद्र पर डाल दी थी। उन्होंने कहा था कि मोदी का सारा कार्यक्रम केंद्रीय एजेंसियों के पास था।