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शिवराज के पोस्टर पर कांग्रेस फँसी? फोन पे कंपनी ने दी चेतावनी

शिवराज के पोस्टर पर कांग्रेस फँसी? फोन पे कंपनी ने दी चेतावनी

डिजिटल भुगतान कंपनी PhonePe ने आख़िर एमपी सीएम शिवराज सिंह चौहान के पोस्टर पर कांग्रेस के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की चेतावनी क्यों दी?

कर्नाटक चुनावों के प्रचार की तर्ज पर विधानसभा चुनाव के ठीक पहले राज्य में चल रहे ‘पोस्टर वॉर’ को लेकर कांग्रेस फँस गई है। कथित कमीशनखोरी के आरोप वाले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के ‘क्यू-आर’ कोड वाले पोस्टर चस्पा करते कांग्रेसियों के सीसीटीवी फुटेज सामने आये हैं। प्रमाण मिलते ही सत्तारूढ़ दल भाजपा ‘एक्शन’ में आ गयी है और उसने डर्टी पॉलीटिक्स का आरोप लगाते हुए कांग्रेस को कठघरे में खड़ा किया है। उधर, फोन पे ने भी कांग्रेस को उसके नाम के दुरुपयोग न करने संबंधी अल्टीमेटम दे दिया है।

बता दें कि मध्य प्रदेश में सत्तारूढ़ दल भाजपा और प्रतिपक्ष कांग्रेस के बीच चुनावी खींचतान बढ़ी है। राज्य के अनेक जिलों में दोनों प्रमुख दलों के बीच ‘पोस्टर वार’ चल रहा है। पोस्टर वार से सियासी पारा गरमाया हुआ है। राज्य के कई जिलों में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के ‘क्यू-आर’ कोड वाले पोस्टर सामने आने के बाद दोनों तरफ़ से बयानबाजी तेज हो गई है।

पुलिस ने जांच-पड़ताल के बाद पाया है कि छिंदवाड़ा सहित कई जिलों में कांग्रेस के पदाधिकारी आगे होकर मुख्यमंत्री चौहान के ख़िलाफ़ 'आपत्तिजनक' पोस्टर चस्पा कर रहे हैं। वीडियो फुटेज और अन्य प्रमाण पुलिस को मिले हैं। राज्य के गृह मंत्री और सरकार के प्रवक्ता नरोत्तम मिश्रा ने गुरुवार को नियमित प्रेस ब्रीफिंग में पूरे मामले का खुलासा किया। 

उन्होंने कहा, ‘मुद्दावीहिन कांग्रेस बौखलायी हुई है। राजनीतिक विद्रूपता पर आमादा हो गई है। अनर्गल पोस्टर लगा रही है।’ गृहमंत्री ने कहा, ‘छिंदवाड़ा में एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष और नगर अध्यक्ष, बुराहनपुर और ग्वालियर में भी कांग्रेस के नेता-कार्यकर्ता पोस्टर चस्पा करते सीसीटीवी कैमरों में कैद हुए हैं।’ उन्होंने दावा किया है कि उनके द्वारा फ़ेसबुक और अन्य सोशल मीडिया के माध्यमों पर मिथ्या प्रचार एवं सत्तारूढ़ दल की छवि को धूमिल करने के निम्नतर हथकंडे से जुड़े प्रमाण भी मिल गए हैं।

गृहमंत्री ने कहा, ‘पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के संज्ञान में पूरा मामला है। उनके लोग क्या कर रहे हैं? इस बात को फोन पे बता चुका है। कांग्रेस को अल्टीमेटम भी फोन पे ने दिया है।’

सवालों में जवाब में गृह मंत्री मिश्रा ने कहा, ‘फोन-पे यदि शिकायत करेगा तो राज्य की सरकार और पुलिस राजनीति को कलूषित करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी।’ 

पुलिस सूत्रों ने बताया कि पूरा मामला अभी जांच में है और जांच के बाद दोषियों के खिलाफ एफआईआर करते हुए कार्रवाई की जाएगी।

शिवराज के पोस्टर पर क्या लिखा?

मुख्यमंत्री सिंह के प्रदेश के कई हिस्सों में चस्पा किए गए पोस्टरों में लिखा है, ‘50 प्रतिशत लाओ, फोन पे - काम कराओ।’ इस पोस्टर में क्यू-आर कोड के बीच शिवराज सिंह चौहान का फोटो चस्पा है।'

कमलनाथ के भी ऐसे पोस्टर लगे मिले थे

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के ‘क्यू-आर’ कोड वाले पोस्टरों के पहले भोपाल के कई हिस्सों में कमलनाथ के ‘क्यू-आर’ कोड वाले पोस्टर चस्पा हुए थे। इन पोस्टरों पर कमलनाथ के खिलाफ 'आपत्तिजनक' भाषा के प्रयोग के साथ उन्हें ‘वांछित’ और ‘वांटेड’ करार दिया गया था। 

 - Satya Hindi

कमलनाथ के पोस्टरों पर ‘करप्शन नाथ’ जैसे शब्दों को भी अंकित किया गया था। कहा गया था, ‘स्कैम से बचने के लिए स्कैन करें!'

इन पोस्टरों पर कांग्रेस ने तीखी आपत्ति की थी। भोपाल पुलिस को रिपोर्ट दर्ज करने के लिए आवेदन दिया गया था। मध्य प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने आशंका जताते हुए कहा था, ‘गंदी राजनीति के पीछे भाजपा है। कमलनाथ जी का चाल, चरित्र और चेहरा राज्यवासियों को मालूम है। पोस्टरों से फर्क पड़ने वाला नहीं है।’

सिंह ने कहा है, ‘सत्ता हाथों से जाना सुनिश्चित होने के चलते भाजपा बौखलाई हुई है। ओछे हथकंडों पर उतर आयी है।’ सिंह ने पूरे मामले की जांच उच्च स्तर पर कराने की मांग मुख्यमंत्री से की थी।

‘कमलनाथ बोले केस चलाओ’

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने उनके खिलाफ लगे पोस्टरों को लेकर कहा था, ‘वे 15 महीने सरकार में रहे। उनका पूरा राजनीतिक जीवन बेदाग रहा है। कभी कोई ऊंगली नहीं उठी। यदि वे भ्रष्ट हैं और प्रमाण हैं तो शिवराज सिंह की सरकार है, कार्रवाई करे। केस चलाए।’

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